बालभारती का निर्णय : शैक्षणिक सत्र की शुरुवात में ही विद्यार्थियों को मिलेगी नई पुस्तकें
चिमूर.
शैक्षणिक वर्ष २०१४-२०१५ में तीसरी और चौथी कक्षा के लिए नया अभ्यासक्रम लागू करने का निर्णय बालभारती ने लिया है। इसी प्रकार पाचवी कक्षा का नया अभ्यासक्रम २०१४-२०१५ साल से लागू होने के कारण पाठ्यपुस्तकों की छपाई वक्त पे पूरी होगी या नहीं और विद्यार्थियों को किताबें सही समय पर मिलेगी या नहीं ये सवाल शिक्षकों और विद्यार्थियों के मन में है।
महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल ने तीसरी, चौथी व पाचवी के विद्यार्थियों को आगामी शैक्षणिक सत्र से नया अभ्यासक्रम देने का निर्णय लिया था। साथ ही २०१५ के सत्र से छटवी और सातवी के अभ्यासक्रम में बदलाव करने का भी निर्णय लिया गया था लेकिन इस साल तीसरी और चौथी का अभ्यासक्रम बदला गया लेकिन पाचवी का अभ्यासक्रम जैसे थे की स्थिति में रखा गया है। नई पद्धति के अनुसार पाचवी की पाठ्यपुस्तकें २०१४ शैक्षणिक सत्र तक छापने में अड़चने आ रही है। ऐन वक्त पर चौथी कक्षा के अभ्यासक्रम में राज्य सरकार की ओर से बदलाव किए जाने के कारण पाचवी की नई अभ्यासक्रम की पुस्तकें छापना मुमकिन नहीं है। इसलिए पाचवी के अभ्यासक्रम में फिलहाल बदलाव ना करके उसे वैसे ही रखा गया है इस बारे में बालभारती की ओर से शिक्षण विभाग को सुचना दी गई है।
पिछली बार जब दसवी का पाठ्यक्रम बदला गया था तब नई पुस्तकों में काफी गलतियां थी। तिमाही परीक्षा नज़दीक आ जाने के बाद भी पुस्तकें ना मिलने की शिकायत विद्यार्थियों की ओर से की गई थी। इस बार चौथी के विद्यार्थियों को सही वक्त पर पुस्तकें मिल पाती है या फिरसे विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा ये बड़ा सवाल है।
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