इवीएम में गड़बड़ी को निर्वाचन आयोग ने नकारा
भंडारा.
इवीएम में गड़बड़ी की आशंका की सिरे से नकारते हुए भंडारा की जिलाधिकारी एवं निर्वाचन अधिकारी डॉ. माधवी खोडे ने आज विशेष पत्र्परिषद में यह बताया की कुछ यंत्रों में सिर्फ लाइट, केबल और एलईडी की तांत्रिक खराबी थी जो की एक मामूली सी बात है और ईन मशीनों को पहले ही बदला जा चूका है | इसके बाद पिछले कुछ दिनों से भंडारा-गोंदिया क्षेत्र की इवीएम मशीनों के बारे में शुरू चर्चाओं को विराम मिल गया है |
गौरतलब है की पिछले ३ दिनों से भंडारा-गोंदिया क्षेत्र की इवीएम मशीनों में खराबी या किसी विशेष पक्ष को इसका फायदा मिले ऐसी अफ्वाओं का बाज़ार गर्म था | ज्ञात हो की भारतीय जनता पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र फ़डनविस ने कल शाम नागपुर में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह आरोप लगाया था की भंडारा-गोंदिया की इवीएम मशीनों की गड़बड़ी के पीछे राष्ट्रवादी कांग्रेस का हाथ है | हालांकि इवीएम मशीनों को मतदान केन्द्रों पर रवाना करने के पहले जांच के दौरान गोंदिया जिले की २५ बैलट यूनिट और ३ जोडणी यूनिट में और भंडारा जिले की १३ बैलट यूनिट में और ३ जोडणी यूनिट में तकनिकी खराबी पायी गयी जिसकी वजह से उन्हें बदल कर अतिरिक्त मशीनों में से मशीने भेजी गयी हैं | मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. खोडे ने कहा की ऐसी छुटपुट घटनाएं हर जगह होती ही रहती हैं और इनका हंगामा करने की कोई ज़रुरत नहीं है |
डॉ. खोडे ने आगे बताया की भंडारा जिले में ११ केंद्र संवेदनशील हैं जहां एपिक कार्ड न होने की संख्या २५% से ज्यादा है और इन केन्द्रों पर 8 सूक्ष्म निरीक्षकों की नियुक्ति की गयी है | कूल 9 सर्वेक्षण टीमें, 9 फ्लाइंग स्क्वाड और १२ आचार संहिता समितिया बनाई गई हैं | जिले में कायदा और सुव्यवस्था बनी रहे इस लिए ३५६ शस्त्रों में से ३२३ शस्त्र जमा करवा लिए गए हैं | चुनाव के दिन असामाजिक तत्वों पर नज़र रखने १५ जगह चेक पोस्ट लगाये गए हैं | भंडारा में अब तक आचार संहिता भंग होने की २६ शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिनमे से ११ शिकायतों को नस्तीबद्ध किया गया है और बाकी की शिकायतों को संबधित विभागों को अगली कारवाई के लिए भेजा गया है | अब तक आदर्श आचार संहिता भंग के कूल १४ मामले दर्ज किये गए हैं | आचार संहिता कालावधि में कूल २० हज़ार ३०० लीटर शराब पकड़ी गयी है जीकी अनुमानित कीमत १९ लाख ५५ हज़ार ९४९ रूपये है | पुलिस ने खोजबीन के दौरान कूल ७ लाख रूपये बरामद किये थे मगर तफ्तीश के दौरान पता लगा की वह रकम चुनाव से सम्बंधित न होने की वजह से उसे लौटा दिया गया | इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक कैलाश कणसे, निवासी उपजिलाधिकारी रविन्द्र कुंभारे, अवर जिलाधिकारी मिलिंद बनसोड, जिला सुचना अधिकारी मनीषा सावले उपस्थित थे |