Published On : Mon, Dec 2nd, 2019

मात्र 2000 रुपए मे प्रतिबंधित पाकिस्तानी चैनल का नागपुर में हो रहा है प्रसारण

नागपुर – राज्य की दूसरी राजधानी नागपुर में भारत में प्रतिबंधित पाकिस्तानी चैनल का प्रसारण किया जा रहा है । यह सनसनीखेज खुलासा इतवारी परिसर में रहनेवाले एक व्यक्ति ने किया है। इस बारे में शहर पुलिस ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय ( एमआईबी ) को इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए लिखा है ।

इतवारी के रहने वाले मज़हरुल्ला खान ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग भारत में प्रतिबंधित पाकिस्तानी चॅनेल ‘ मदनी टीवी ‘ को आजीवन देखने की अवैध सेवा दे रहे हैं । इसके लिए 2000 रुपए सेटटॉप बॉक्स के ले रहे है । कुछ लोगों की ओर से परिसर में बैनर्स, पर्चे और पोस्टर्स के माध्यम से इन प्रतिबंध चैनलों को बढ़ावा देने के लिए प्रचार कर रहे हैं ।

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खान ने ‘ नागपुर टुडे ‘ को जानकारी देते हुए बताया इन लोगों की ओर से बताया जा रहा है कि यह एक स्पेशल फ्रीक्वेंसी वाला सेटटॉप बॉक्स है । जो आपके घर तक पहुंचाया जाएगा।

इसकी शुरुवात कब से हुई

खान ने कहा कि, ” 2017 की शुरुआत थी। उनकी मां उन्हें क्यू टीवी लगवाने के लिए कह रही थी। इसके बाद उन्होंने इसे प्रसारित करने के लिए कुछ पैम्पलेट देखे थे। इसके बाद खान उन्हें फोन किया, वो सेटटॉप बॉक्स वाले लोग उनके घर आए और उन्हें बताया की वे 2000 रुपये में आजीवन इस चैनल की सदस्य्ता उन्हें देंगे। खान ने कहा की वह क्यू चैनल लगवाना चाहते थे। लेकिन जब उन्हें बताया गया की यह स्पेशल सेटटॉप बॉक्स होगा तो उनका माथा ठनका। उन्होंने सोचा की जब यह चैनल भारत में प्रतिबंधित है तो यह कैसे लगा रहे है ।

इसके बाद खान ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय में आरटीआई भेजा जहां से उन्हें जानकारी मिली की ‘ मदनी चैनल ‘ भारत में प्रतिबंधित है ।

खान ने बताया की जैसे ही उन्हें आरटीआई के तहत प्रतिबंध की जानकारी मिली। वे कोतवाली पुलिस के पास पहुंचे, पीआई ने उनकी बात सुनी, लेकिन उन्होंने कहा कि वह मेरी मदद नहीं कर सकते। क्योंकि यह मामला बड़ा था । उन्होंने बड़े अधिकारियों से मिलने का सुझाव दिया। जिसके बाद खान ने कलेक्टर और पुलिस आयुक्त कार्यालय को भी दस्तावेज और ज्ञापन दिए. हालांकि सभी ने मामले को सुना लेकिन इसपर कार्रवाई करने को लेकर उन्होंने कहा की वे अधिकृत नहीं है.

मामले में हस्तक्षेप करने के लिए एमआईबी को लिखा है: डीसीपी खेड़ेकर

इस मामले में जब ‘ नागपुर टुडे ‘ ने डीसीपी (स्पेशल ब्रांच ) श्वेता खेडेकर से बात की, तो उन्होंने कहा कि, “मामले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए, नागपुर पुलिस ने एमआईबी को लिखा है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें, क्योंकि पुलिस विभाग इसमें कार्रवाई करने के लिए अधिकृत नहीं है।

यहाँ यह उल्लेख किया जाना चाहिए कि विभिन्न इलाकों के दो लोगों को आतंकवादी लिंक के संदेह में शहर से गिरफ्तार किया गया था। जिसमे से एक मोमिनपुरा का था।

शुभम नागदेवे 

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