मुंबई- चेन्नई के फाइनल मैच में उलटफेर- पन्टर कंगाल, बुक्की मालामाल
गोंदिया: क्रिकेट असंभावनाओं का खेल है, इस रोमांचक खेल में एक गेंद पर ही पासा पलट जाता है। आईपीएल के फाइनल मैच में हार की कगार पर खड़ी मुंबई इंडियंस की आश्चर्यजनक ढंग से जीत होने पर गोंदिया और आसपास के जिलों के कई सट्टा लगाने के शौकीन और बुकी करोड़ों रूपये से बर्बाद हो गए है।
आईपीएल के 12 वें संस्करण के शुरूवात के कुछ मैच छोड़ दिए जाए तो बाकि कई मैच उतार-चढ़ाव व उलटफेर वाले रहे।
12 मई रविवार को हैदराबाद के स्टेडियम में खेले गए फाइनल मैच में मुंबई इंडियंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 149 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरे चेन्नइ सुपर किंग 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 148 रन ही बना सकी और मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपर किंग को 1 रन से परास्त कर चौथी बार आईपीएल का खिताब जीता।
गोंदिया के क्र्रिकेट सट्टा बाजार में टॉस जीतने के बाद मुंबई का भाव 80 पैसे था। पहला विकेट 45 के स्कोर पर रोहित शर्मा के रूप में गिरा। 12 वें ओवर में 3 विकेट खोकर मुंबई का स्कोर 85 रन था और इसके बाद चेन्नई की सटीक गेंदबाजी के आगे मुंबई इंडियंस के विकेट पतझड़ की तरह गिरते चले गए और उसने 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 149 रन बनाए और चेन्नई के सामने 150 रन का लक्ष्य रखा।
150 रन का लक्ष्य पन्टरों को छोटा दिखाई दिया
चेन्नई जैसी मजबूत टीम के आगे सट्टा लगाने के शौकीन पन्टरों को 150 रन का लक्ष्य बहुत छोटा दिखाई देने लगा लिहाजा वे चेन्नई की गाड़ी पर सवार हो गए। शुरूवाती 4 ओवर में बिना विकेट खोए स्कोर 32 रन पहुंचा। स्कोर 56 तक पहुंचते-पहुंचते चेन्नई को 2 झटके लगे। यहां से मुंबई ने दबाव बनाना शुरू किया लेकिन कमजोर क्षेत्र रक्षण की वजह से वॉटसन के 2 कैच छूट जाने पर मैच की तस्वीर पलटनी शुरू हुई तथा शेन वॉटसन ने आतिशी बल्लेबाजी करने हुए कुणाल पांड्या के एक ओवर में 20 रन झटक लिए और चेन्नई को जीत की दहलीज तक ला खड़ा किया।
मैच के आखरी ओवर में चेन्नई का भाव था 30 पैसे
मैच के 19 ओवर खत्म होने पर चेन्नई का स्कोर 5 विकेट पर 141 रन था। जीत के लिए अंतिम ओवर में महज 9 रन की दरकार थी और वॉट्सन 76 रन के साथ क्रिज पर थे, आखरी ओवर में चौका जड़ दिया। अगली बाल पर वाट्सन रन आउट हो गए। 3 बाल में जीत के लिए चेन्नई को 5 रन चाहिए थे तब गोंदिया सट्टा बाजार में चेन्नई की जीत पर भाव था मात्र 25 पैसे। मुंबई इंडियंस के गेंदबाज लसिथ मलिंगा ने अगली 3 गेंदों पर कमाल कर दिया और आखरी 1 गेंद पर जब जीत के लिए 2 रन लग रहे थे तब गोंदिया सट्टा बाजार में चेन्नई का भाव 60-70 पैेसे था। सटीक गेंदबाजी की बदौलत शार्दूल ठाकुर को एएलपीडब्लयू आउट कर मुंबई इंडियंस को मैच एक रन से लसिथ मलिंगा ने जीता दिया।
फैंसी क्रिकेट के सौदों में लंबा घाटा
टॉस कौन जितेगा? पहले स्पेल में कितने रन बनेंगे? कितने विकेट गिरेंगे? कितने चौक्के और कितने छक्के पड़ेंगे? फेंके जाने वाले 20 ओवर में कुल कितने रन बनेंगे? मैच में फ्री हीट मिलेगा या नहीं? कितने विकेट बोल्ड आउट गिरेंगे?, कितने कैचआऊट , कितने रन आऊट और कितने एलपीडब्ल्यू? मैच के दौरान बारिश होगी या नहीं? इस तरह के निर्णयों पर लगने वाले सट्टे को फैन्सी सट्टा कहते है। इस फैन्सी सट्टे में ही सबसे अधिक रूपये सटोरी पीटते है और पन्टरों को कंगाल बनाया जाता है। मुंबई-चेन्नई के बीच खेले गए फाइनल मैच में भी आश्चर्यजनक ढ़ंग से कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले, जिससे फैन्सी सौंदो पर दांव लगाने वाले पंटर बुक्कियों के हाथों करोड़ों रूपये से बर्बाद हो गए है।
वसूली के लिए गुण्डों का इस्तेमाल
लगभग डेढ़ माह तक चले इंडियन प्रिमीयर लीग में 60 से अधिक मैच खेले गए। हर मैच पर गोंदिया के सट्टोरियों ने जमकर खायवाली की। किसी की किस्मत चमकी तो किसी का भाग्य फूटा। अब पन्टरों के तरफ फंसे अपने करोड़ों रूपये निकालने के लिए बुकीज ने बिसात बिछानी शुरू कर दी है। इस वसूली के लिए बुकीज असमाजिक तत्व व गुण्डों की मदद ले रहे है तथा लेनदारी पर 20 से 25 प्रतिशत कमीशन दिया जाता है। यह सौदा तय हो जाने के बाद आज सुबह से ही गुण्डा प्रवृत्ति के तत्वों का संबधित पन्टरों के दुकान, ऑफिस , घर में आना-जाना और उन्हें फोन कॉल करते हुए चमकाने-धमकाने का दौर शुरू हो चुका है।
अगर समय रहते पुलिस ने इस अवैध धंधे पर लगाम नहीं कसी तो किसी अप्रिय घटना से इंकार नहीं किया जा सकता?
– रवि आर्य