नागपुर: सरकार की ओर से नौकरीपेशा या फिर जो नौकरी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं उन्हें नौकरी देने की बजाय उनकी नौकरी छीनने का प्रयास किया जा रहा है. सरकार के इस फैसले से इलेक्ट्रिक इंजीनियर, इलेक्ट्रिक कॉन्ट्रेक्टर का नुक्सान हो रहा है. जिसके कारण इस समस्या के समाधान के लिए रघूजीनगर के कामगार कल्याण भवन में नागरिक जागृति जनकल्याण बहुउद्देशीय संस्था की ओर से सभी इंजीनियरों के साथ चर्चा की गई.
इस समय इन कुशल बेरोजगारी के मुद्दे पर चर्चा की गई. इस दौरान नागपुर जिले समेत सम्पूर्ण विदर्भ से करीब 50 इंजीनियर मौजूद थे. सभी मौजूद इंजीनियरों ने इस समस्या का समाधान करने हेतु संस्था से जुड़ने की अपील संस्था से की. इंजीनियरों और कॉन्ट्रैक्टरों का कहना था कि उन्हें काम से निकाला जा रहा है और कॉन्ट्रैक्टरों को प्रशासन की ओर से काम समाप्त होने के बाद पैसे भी नहीं दिए जाते.
सरकार के जीआर के अनुसार प्रशासन में काम नहीं किया जाता. इस चर्चा में संस्था के संस्थापक प्रभाकर नवखरे, वरिष्ठ समाजसेवक उमेशबाबू चौबे, संस्था सचिव राजाभाऊ चरभे, उपाध्यक्ष ज्योति दिव्यदी, कामगार मंडल के अधिकारी कापसे, देवेंद्र दत्ता, इंजीनियर और कांट्रेक्टर संदीप लोखंडे, दिनेश गुजर, मुले, विजय चोपड़े मौजूद थे.