नागपुर: प्रकृति की मार झेल रहे किसानों इस साल कम बारिश के लक्ष्णों को देखकर कपास की फसल को लगाना ज्यादा सुरक्षित समझा लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था. कपास के खेतों में अभी भी फसल इस मौसम में भी हरी की हरी ही दिखाई दे रही है. लाल रंग के कीड़ों ने फसल को बर्बाद कर रखा है. यही नहीं इस तरह के कपास की फसलों का वजन करने पर उसका वजन ही कम मिलने से किसान सक्ते में आ गए हैं. ऐसे में भले ही खेतों में कपास जमकर दिखाई दे रहे हों लेकिन किसानों के हाथ खाली रहने की स्थिति बनी हुई है.
ऐसे में किसानों की लगत निकल पाना मुश्किल साबित होता दिखाई दे रहा है. लागत तो दूर मुद्दल खर्चा भी निकल पाने के कठिन दिखाई दे रहा है. बताया जा रहा है कि आम तौर पर हर साल इस मौसम में एक दिन एक मजदूर जहां 40 से 60 किलो वजन को चुनते हुए दिखाई देते थे वहीं इस साल लाल रंग के कीडों के कारण इस वर्ष 8 से 12 किलोग्राम तक आ पहुंचा है. इससे मजदूरों की मजदूरी तक नहीं निकल पा रही है.