
बोर्ड का मानना है कि इस फिल्म की वजह से लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंच सकती हैं और इससे सांप्रदायिक हिंसा होने की भी आशंका है। वहीं फिल्म का विरोध करते हुए अलीगढ़ जिले के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता ने फिल्म के निर्माता का हाथ काटकर लाने वाले को इनाम देने की घोषणा कर दी है।
फिल्मा का विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि फिल्म में बाबरी विध्वंस को लेकर इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है। अखिल भारतीय परिषद के नेता अमित गोस्वामी ने फिल्म का विरोध करते हुए कहा कि जो भी गेम ऑफ अयोध्या फिल्म के निर्माता का हाथ का हाथ काटकर लाएगा वह उसे एक लाख रुपये का इनाम देंगे। फिल्म का विरोध कर रहे लोगों का आरोप है कि फिल्म में बाबरी ढ़ांचे विध्वंस के इतिहास से छेड़छाड़ की गई है, जिससे हिंदू समाज की भावनाएं आहत हुई हैं।
उनका कहना है कि उन्हें फिल्म से जुड़ी खबरें मिली हैं कि फिल्म में दिखाया गया है कि विवादास्पद ढांचा गिराने के बाद कारसेवर रामलला की मूर्ति को वहां रख रहे हैं। जो की सरासर गलत है। रामलला की मूर्ति पहले से ही वहां रखी हुई थी।









