
गोंदिया। कभी शांत इलाका कहा जाने वाला गोंदिया अब धीरे-धीरे मादक कारोबारियों के अड्डे में बदलता जा रहा है। हाल के महीनों में एक के बाद एक गांजा तस्करी के मामले सामने आने से पुलिस की भी नींद उड़ गई है , जिला अब अंधेरे कारोबार की गिरफ्त में नज़र आने लगा है।
ताजा मामला बुधवार 12 नवंबर का है, जब स्थानीय अपराध शाखा (LCB) ने गुप्त सूचना के आधार पर गोंदिया शहर के रेलटोली इलाके में दबिश देकर दो युवकों को गिरफ्तार किया और उनके पासा से 5 किलो 60 ग्राम गांजा जब्त किया।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, लोकल क्राइम ब्रांच टीम को खबर थी कि दो संदिग्ध युवक रेलटोली क्षेत्र में गांजा लेकर पहुंचने वाले हैं। पुलिस निरीक्षक पुरुषोत्तम अहेरकर के नेतृत्व में टीम ने जैसे ही हनुमान मंदिर के पास घेरा डाला, वैसे ही दोनों युवक पकड़े गए। आरोपी युवकों के पास मौजूद बैग की तलाशी लेने पर पता कि- जबलपुर निवासी दिपक गणपत बांशकर (21) और भंडारा जिले के गौरीशंकर प्रकाश चाचीरे (24) के पास मौजूद बैगों में गांजा भरा हुआ था।
दिपक के पास से 2.5 किलो, जबकि गौरीशंकर के पास से 3.1 किलो अच्छी क्वालिटी का गांजा बरामद किया गया है जिसकी कुल बाजार कीमत करीब 1.36 लाख रुपए बताई गई है। आरोपियों के पास से उपयोग किए जा रहे एंड्राइड मोबाइल व अन्य सामग्री कीमत 36, 000 भी बरामद की गई है।
पूछताछ में दोनों ने कबूला कि वे यह गांजा बिक्री के लिए गोंदिया लाए थे। पुलिस ने दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8(क), 20(ब)(II)(ब), 29 के तहत मामला दर्ज किया है।
यह कार्रवाई एसपी गोरख भामरे और एएसपी अभय डोंगरे के मार्गदर्शन में की गई। टीम में लोकल क्राइम ब्रांच के पीआई पुरुषोत्तम अहेरकर, पीएसआई वनिता सायकर, सउनि राजू मिश्रा, हवलदार महेश मेहर, दिक्षितकुमार दमाहे , संजय चौहान सुबोध बिसेन , विट्ठल प्रसाद ठाकरे , प्रकाश गायधने , राजकुमार खोटेले , दुर्गेश तिवारी , सोमेंद्र सिंह तुरकर , पुलिस सिपाही छगन विट्ठले , संतोष केदार , दुर्गेश पाटिल , घनश्याम कुंभलवार , मुरली पांडे शामिल थे।
अब सवाल ये है कि क्या गोंदिया धीरे-धीरे मादक तस्करों का नया ट्रांजिट पॉइंट बनता जा रहा है?
हाल के मामलों की रफ्तार देखकर पुलिस भी अब अलर्ट मोड में आ गई है।
रवि आर्य










