
गोंदिया। शुक्रवार 24 अक्टूबर की शाम आम दिनों की तरह शांत थी बच्चे सड़कों पर साइकिल दौड़ा रहे थे, बुजुर्ग टहल रहे थे, और लोग घरों के बाहर गपशप में मशगूल थे।
लेकिन जैसे ही बच्चों की नज़र पास के खाली प्लॉट की कंपाउंड दीवार पर पड़ी, दिल की धड़कनें तेज़ हो गईं।
वहाँ 12 फीट लंबा, करीब 30 किलो वजनी विशालकाय अजगर दीवार पर पसरा हुआ था मानो अपने अगले शिकार की तलाश में घात लगाए बैठा हो।
देखते ही देखते गणेशनगर इलाके की सहयोग कॉलोनी में हड़कंप मच गया।
बच्चे डर के मारे घरों की ओर भागे, तो भीड़ के रुप में जुटे तमाशबीन लोग मोबाइल निकालकर वीडियो बनाने लगे।
अजगर कहीं किसी के घर में घुस न जाए , इस आशंका से पूरा इलाका अफरा-तफरी में बदल गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन का रोमांच: जान पर खेल गया सर्पमित्र
सूचना मिलते ही स्थानीय सर्पमित्र बंटी शर्मा और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची।
अजगर प्रीकास्ट कंक्रीट की दीवार पर चढ़ा हुआ था , ज़रा सी गलती और वह पीछे की घनी झाड़ियों में गायब हो सकता था।
लेकिन बंटी शर्मा ने बिना हिचकिचाहट अपनी जान जोखिम में डाल दी उन्होंने अजगर की पूंछ को पकड़कर पूरी ताकत से अपनी ओर खींचा
कई मिनटों की जद्दोजहद के बाद उन्होंने उस भारी-भरकम अजगर को काबू में कर बोरे में सुरक्षित डाल दिया।
रेस्क्यू के दौरान फायर ऑफिस के दमकल कर्मियों ने भी बंटी शर्मा का पूरा साथ दिया।
जंगल में छोड़ा गया विशालकाय अजगर
बंटी शर्मा ने बताया-यह अजगर शायद प्लॉट के आसपास किसी शिकार ( भोजन) की तलाश में था। चूहे, मुर्गी, बकरी या हिरण इसका प्रिय भोजन होता है जिसे वह आसानी से निगल जाता है।
रेस्क्यू के बाद इस अजगर को सुरक्षित रूप से खुले जंगल में छोड़ दिया गया, ताकि वह प्राकृतिक आवास में लौट सके।
राहत की सांस , पर यादगार डर !
करीब एक घंटे चले इस रोमांचक रेस्क्यू के बाद सहयोग कॉलोनी के लोगों ने राहत की सांस ली।
बच्चों में अब भी उस मंज़र की दहशत बनी हुई है, पर सभी सर्पमित्र बंटी शर्मा की हिम्मत की तारीफ कर रहे हैं।
इस रेस्क्यू ऑपरेशन दौरान स्थानीयों द्वारा मोबाइल में कैद किया गया वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है।
रवि आर्य








