गोंदिया। शहर के फुलचुर नाका चौराहे पर बुधवार 23 जुलाई को दो घंटे तक अजीबोगरीब तमाशा देखने को मिला जहां अतिक्रमण हटाने की कोशिश और फुटपाथ दुकानदारों की ज़िद के बीच हालात तनावपूर्ण हो गए।
फुलचुर नाले के समीप स्थित आरटीओ कार्यालय के छोर से रिलायंस पेट्रोल पंप तक की फुटपाथ सड़क को ठेले वाले दुकानदारों ने घेर रखा है।
जहां कभी लोग आराम से चला करते थे, अब वहां पर पक्के टीन शेड डालकर काउंटर , टेबल, कुर्सियां और बड़े समोसे-आलूबुंडों की दुकानें सजी हुई हैं।पीडब्ल्यूडी विभाग और तहसीलदार ने एक सप्ताह पहले नोटिस जारी कर दुकानदारों को फुटपाथ से हटने के निर्देश दिए थे लेकिन आदेश की धज्जियाँ उड़ाई गईं।
फीस अदा कर प्रोटेक्शन मांगा , बुलाया पुलिस दस्ता
बुधवार 23 जुलाई को फुटपाथ ठेलों के पीछे रहने वाले इमारत रजिस्ट्री दुकानदारों ने पुलिस प्रोटेक्शन मांगा तथा दारू भट्टी तक के इलाके को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए 18,750 अदा कर पुलिस दस्ता बुलाया गया ,
2 महिला कांस्टेबल, 2 पुरुष कांस्टेबल और एक अधिकारी मौके पर पहुंचे साथ ही अतिक्रमण तोड़ने के लिए जेसीबी और कबाड़ उठाने के लिए ट्रैक्टर भी मंगवाए गए – वो भी निजी खर्चे पर !
जिसपर फुटपाथ पर कब्जा जमाए दुकानदारों ने हटाने से इनकार कर दिया तो दोनों पक्षों में टशन शुरू हुआ।
पुलिस और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के सामने गुहार लगाते रजिस्ट्री दुकानदार बोले- “फुटपाथ पर पक्के शेड और दुकानें हमारे व्यापार को डुबा रहे हैं , हमारी दुकानें ढ़क चुकीं है नज़र नहीं आती ?
धमक : पक्का अतिक्रमण हटा दूंगा लेकिन चार चक्के पर धंधा चालता रहेगा
तय नोटिस सीमा तक फुटपाथ से कब्जा न हटने पर माहौल गर्मा गया लेकिन मौके पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारी लांजेवार तो नहीं पहुंचे अलबत्ता जूनियर इंजीनियर डांगे साहब दूर से तमाशा देखते रहे ,इस दौरान पुलिस भी मूक दर्शक बनी नज़र आई।
इस बीच ” जय बड़े वाले ” यानी जय ठाकुर बोले -फुटपाथ से पक्का अतिक्रमण हटा दूंगा लेकिन चार चक्के पर
धंधा चलता रहेगा !” पीडब्ल्यूडी द्वारा दबाव बनाए जाने पर आखिरकार जय ठाकुर ने लिखकर दिया —
“31 जुलाई से पहले पक्का अतिक्रमण हटाया जाएगा” अब देखना ये है —
क्या सच में अतिक्रमण हटेगा या फिर मामला वहीं का वहीं रह जाएगा? क्या चार चक्के का ठेला हटेगा या नए बहाने के साथ फिर लौटेगा?क्योंकि गोंदिया में फुटपाथ फुल टाइम दुकानदारी का प्रमुख स्थान बन चुका है।
रवि आर्य