गोंदिया। पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए ड्रग्स तस्कर नए-नए तरीके आजमा रहे है। ट्रेन के कोच के नीचे लावारिस बैग रखकर , नशे के सौदागर दूर से अपने सामान पर नज़र बनाए रखते हैं। नशे के खिलाफ जारी अभियान में पुलिस ने ट्रेन के जरिए नशे की खेप एक स्थान से दूसरे जगह पहुंचाने वाले गांजा सप्लायर्स के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
हुआ यूं कि रेलवे सुरक्षा बल ( आरपीएफ ) की स्पेशल टास्क टीम पुरी-अहमदाबाद एक्सप्रेस ( ट्रेन क्रमांक 12843 ) मैं दुर्ग से नागपुर के बीच चैकिंग कर रही थी इसी दौरान डोंगरगढ़ के आसपास ट्रेन पहुंची तो गार्ड के डिब्बे से सटे एक जनरल कोच ( ईस्ट कोस्ट रेल 215885 सी ) मैं सीट नंबर 57 के नीचे एक लावारिस ग्रे रंग का ट्रॉली बैग दिखाई दिया जिस पर अंग्रेजी में V-Lite लिखा हुआ था।
बैग से तीव्र गंध आ रही थी पुलिस ने उस लग्जरी बैग के बारे में यात्रियों से पूछताछ की लेकिन किसी ने भी उसके लिए हामी ही नहीं भरी इस पर बैग को लेकर शक गहरा गया।
ट्रेन के डोंगरगढ़ स्टेशन पर 12: 33 को पहुंचते ही आरपीएफ पोस्ट प्रभारी ने गवाहों की मौजूदगी में बैग को बाहर निकाला और कब्जे में लेकर जांच की।
खाकी रंग की टेप से लिपटे हुए थे 5 पैकेट
लग्जरी बैग को पुलिस ने खोल कर देखा तो आंखें फटी रह गई उसमें ड्रग्स भरा हुआ मिला। बैग में दो-दो किलोग्राम वजन के कुल 5 बंडल पाए गए जो खाकी रंग के टेप से लिपटे हुए थे। बरामद गांजे का वजन 10 किलोग्राम था जिसका बाजार मूल्य 2 लाख से अधिक का बताया जा रहा है।
इस मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 20 / 2025 के अंतर्गत एनडीपीएस एक्ट की धारा 20 ( बी ) के तहत मामला दर्ज कर पुलिस अब बैग के मालिक की तलाश में जुटी है। रेलवे सुरक्षा बल ने यह कार्रवाई मंडल सुरक्षा आयुक्त दीपचंद आर्य के मार्गदर्शन व टास्क टीम प्रभारी प्रशांत अल्डक के नेतृत्व में सहायक उप निरीक्षक के. के निकोड़े , प्रधान आरक्षक आर.सी कटरे , राहुल सिंह और वी.के कुशवाह द्वारा की गई।
रेलवे सुरक्षा बल की मुस्तैद कार्रवाई से मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने में मदद मिली है।
रवि आर्य