नागपुर — नंदनवन क्षेत्र में कबाड़ की दुकान में सो रहे वृद्ध की नृशंस हत्या कर फरार हुआ आरोपी आखिरकार गोंदिया जिले के तिरोड़ा गांव से नंदनवन पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपी की पहचान आकाश योगेश नारनवरे (उम्र 23 वर्ष, निवासी इंदिरा नगर, तुमसर, भंडारा) के रूप में हुई है। आरोपी पर पूर्व में भी हत्या, चोरी, और घरफोड़ जैसे गंभीर अपराध दर्ज हैं। फिलहाल वह एक सिक्योरिटी एजेंसी में गार्ड की नौकरी कर रहा था।
13 जून की रात हुई थी हत्या
खरबी रिंग रोड स्थित कबाड़ में सो रहे 60 वर्षीय अब्दुल रहीम पेख हुसेन की 13 जून की रात सिर पर फावड़े से सात वार कर हत्या कर दी गई थी। प्रारंभिक जांच में मामला ‘ब्लाइंड मर्डर’ यानी अज्ञात आरोपी द्वारा की गई हत्या के रूप में दर्ज किया गया था। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी जानकारी और जांच कौशल से आरोपी की पहचान सुनिश्चित की।
200 सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच
जांच के दौरान पुलिस ने लगभग 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जिससे आरोपी की गतिविधियों का सुराग मिला। आरोपी सुरक्षा गार्ड की वर्दी में फॉर्च्यूनर कार से भागते हुए कैमरे में कैद हुआ। इसी आधार पर पुलिस ने नागपुर की विभिन्न सिक्योरिटी एजेंसियों, यूनिफॉर्म सिलने वाले टेलर्स, और फॉर्च्यूनर गाड़ियों की जानकारी एकत्रित कर गहन जांच शुरू की। नतीजतन, पुलिस आरोपी तक पहुंचने में सफल रही।
तिरोड़ा से गिरफ्तार, हत्या की कबूलियत
गोपनीय सूचना के आधार पर तिरोड़ा (गोंदिया) में जाल बिछाकर आरोपी को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने हत्या करना कबूल कर लिया है। पुलिस ने उसके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल किया गया फावड़ा भी बरामद कर लिया है।
सिक्योरिटी एजेंसी पर भी केस दर्ज
चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी को बिना किसी पुलिस वेरिफिकेशन के सिक्योरिटी गार्ड के पद पर नियुक्त किया गया था। इस लापरवाही के चलते संबंधित सिक्योरिटी एजेंसी के खिलाफ महाराष्ट्र प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसीज रेग्युलेशन एक्ट 2005, धारा 4 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
डीसीपी रश्मिता राव की चेतावनी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीसीपी रश्मिता राव ने नागपुरवासियों से अपील की, “अपनी सोसायटी, अपार्टमेंट या कार्यालय में तैनात सिक्योरिटी गार्ड्स के पास वैध लाइसेंस और पुलिस वेरिफिकेशन है या नहीं, इसकी पुष्टि जरूर करें। अन्यथा संबंधितों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
जांच टीम की मेहनत रंग लाई
इस केस की सफलता में डीसीपी रश्मिता राव, एसीपी नरेंद्र हिवरे, वरिष्ठ PI विनायक कोळी, PI जयवंत पाटिल, API प्रदीप काईट, प्रविण राऊत, दिनेश जुगनाहके, संजय वरवाडे, प्रदीप भदाडे, सोमेश्वर घुगल और संजय मुकादम ने अहम भूमिका निभाई।
जांच अभी जारी है
आरोपी फिलहाल पुलिस कस्टडी (PCR) में है, और उससे और भी कई गंभीर मामलों की जानकारी सामने आने की उम्मीद है। नंदनवन पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
नागपुरवासियों से अपील: सतर्क रहें!
पुलिस ने फर्जी सिक्योरिटी एजेंसियों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। अब यह नागरिकों की जिम्मेदारी है कि वे अपने परिसर में कार्यरत लोगों की पृष्ठभूमि की जांच अवश्य करें।
रविकांत कांबळे
नागपुर टुडे