गोंदिया। ऑपरेशन सिंदूर के वीरों को सलाम करते हुए विश्व हिंदू परिषद दुर्गा वाहिनी के नेतृत्व में सड़कों पर तिरंगे संग 250 से अधिक दुर्गा वाहिनी से जुड़ी युवतियों ने ” फूल नहीं चिंगारी है.. हम भारत की नारी हैं ” कश्मीर है पुकारता , पुकारती मां भारती ..खून से तिलक करो , गोलियों से आरती के जयघोष के साथ गर्जना की ।
यात्रा में तिरंगा और केसरिया ध्वज लहराए गए इस तरह दिल में मां भारती के प्रति सम्मान और मुख से देशभक्ति के नारों की गूंज के साथ पैदल यात्रा गोंदिया शहर के मरारटोली के आंबेडकर भवन से शुरू हुई जो क्रिड़ा संकुल ( खेल मैदान ) से होते हुए मरारटोली मुख्य बस आगार डिपो के आगे तक भ्रमण करते हुए लोगों से एकजुटता पूर्वक राष्ट्र को समर्पित रहने का संदेश दिया और सेना के शूरवीरों के अद्भुत पराक्रम की सराहना की।
इस ” सिंदूर शौर्य यात्रा ” में बजरंग दल- विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं की भागीदारी भी देखने लायक थी।
सेना , हर चुनौती का करारा जवाब देने में है सक्षम
” सिंदूर शौर्य सम्मान यात्रा ” के उपरांत अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दुर्गा वाहिनी की प्रांत संयोजिका भूमिताई साकुरे ने कहा- भारतीय सेना हर चुनाव चुनौती का सामना करने में सक्षम है , उस विजय का उत्सव और उल्हास मनाने के लिए हम सभी बहनें आज वहां इक्कठी हुई है और सेना के साथ खड़ी हैं तथा उनकी लंबी उम्र की कामना करते हुए हमें उन पर विश्वास है कि हमारे पराक्रमी सैनिक जहां भी जाएंगे वहां से जीत दर्ज करके ही लौटेंगे ।
अगर आतंकी अपनी नापाक करतूतों से बाज़ नहीं आते तो ऑपरेशन सिंदूर पार्ट- 2 भी होना चाहिए और हमारा पीओके हमें वापस चाहिए।
अगले 30- 40 साल तक पाकिस्तान इस सदमे से उबर नहीं पाएगा
इस अवसर पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता घनश्याम पानतवने ने कहा- भारत द्वारा पाकिस्तान में छिपे हुए आतंकी संगठनों के अड्डों को ध्वस्त करने के लिए किए गए ” ऑपरेशन सिंदूर ” की धमक पूरे विश्व ने देखी है।
एक मजबूत नेतृत्व और स्पष्ट नीति के कारण ही आतंकवाद के विरुद्ध निर्णायक कार्रवाई को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने प्रत्येक भारतवासी का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है , आतंक के ठिकानों और उनके अकाओं का जिस तरह से खात्मा किया गया ऐसे में मुझे नहीं लगता आने वाले 30 से 40 साल में पाकिस्तान इस सदमे में से उभर पाएगा।
मजबूत नेतृत्व और स्पष्ट नीति , निर्णायक रही
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री देवेश मिश्रा ने कहा – अगर भारत को कोई गलत नजरों से देखेगा तो उसका अंजाम बहुत बुरा होगा यह संदेश भारतीय सेना ने साफ तौर पर पड़ोसी मुल्क को दे दिया है।
भारतीय सेना के शौर्य और अदम्य साहस को सलाम करने के लिए ही राष्ट्रध्वज तिरंगा के साथ यह ” सिंदूर शौर्य यात्रा ” निकाली गई ।
पाकिस्तान के लिए तो हमारे देश की दो महिला भारतीय सैन्य अधिकारी ही काफी है , यह सबक नापाक हरकतें करने वाले आतंकी संगठनों और उनके सरपरस्तों को सदियों तक याद रहेगा।
रवि आर्य