नागपुर | नागपुर शहर में मेथेड्रोन (एमडी) की बढ़ती तस्करी पर शिकंजा कसते हुए पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट-4 ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस सनसनीखेज ऑपरेशन में दो तस्करों को गिरफ्तार करते हुए करीब ₹50 लाख से अधिक का मादक पदार्थ, वाहन, नकदी और मोबाइल जब्त किए गए हैं।
किराए के फ्लैट से संचालित हो रहा था नशे का गोरखधंधा
मुख्य आरोपी धीरज मलिक (उम्र 31 वर्ष, निवासी गंगाबाई घाट रोड) और उसका सहयोगी शुभम परसराम पिंदोर नागपुर के हुडकेश्वर क्षेत्र स्थित सर्वश्रीनगर के आनंद साई रेसिडेंसी में एक किराए के फ्लैट से एमडी की तस्करी कर रहे थे। पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर यूनिट-4 ने वरिष्ठ निरीक्षक कमलाकर गड्डिमे के नेतृत्व में छापेमारी की। कार्रवाई में 462 ग्राम एमडी जब्त की गई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग ₹47 लाख बताई जा रही है।
शुभम था ड्रग डिलीवरी बॉय
सूत्रों के अनुसार, धीरज मलिक इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड था। वह अपने साथी शुभम को ‘ड्रग डिलीवरी बॉय’ के रूप में इस्तेमाल कर रहा था, जिसकी जिम्मेदारी थी शहरभर में एमडी की आपूर्ति करना। दोनों मिलकर युवाओं को इस जानलेवा नशे के जाल में फंसा रहे थे।
जब्त सामग्री का विवरण:
- एमडी (462 ग्राम) – ₹47 लाख
- नेक्सॉन कार (MH 40 CH 2477) – ₹10 लाख
- नकद राशि – ₹22,000
- मोबाइल फोन – 2
इन अधिकारियों ने निभाई अहम भूमिका
इस कार्रवाई में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में यूनिट-4 की टीम ने सक्रियता दिखाई। कार्रवाई में शामिल प्रमुख अधिकारी:
- वरिष्ठ निरीक्षक कमलाकर गड्डिमे
- उपनिरीक्षक वैभव वारंगे
- हवलदार अभिषेक शनिवारे, नाजिर शेख, पुरुषोत्तम जगनाडे, पुरुषोत्तम काले,
महेंद्र कारिंगवार, सुनील ठवकर, लक्ष्मण कलमकर और गंगेश्वर
पुलिस आयुक्त की चेतावनी: युवाओं को जागरूक रहने की अपील
इस बड़ी कार्रवाई के बाद पुलिस आयुक्त ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि एमडी जैसी घातक ड्रग्स के खिलाफ सख्त मुहिम चलाई जा रही है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे नशे से दूर रहें और ऐसे माफियाओं की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
सवाल बरकरार: क्या शहर में सक्रिय हैं और भी ड्रग लॉर्ड्स?
हालांकि यह कार्रवाई बेहद अहम है, लेकिन इससे यह भी स्पष्ट होता है कि नागपुर में एमडी तस्करी की जड़ें गहरी हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में पुलिस ऐसे और गिरोहों का भंडाफोड़ कर पाती है या नहीं।