गोंदिया। ” राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस ” के अवसर पर बिहार के मधुबनी में 24 अप्रैल गुरुवार को आयोजित एक समारोह के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोंदिया जिले के सड़क अर्जुनी तहसील के डव्वा ग्राम पंचायत को देश की अव्वल ग्राम पंचायत का पुरस्कार सौंपा ।
आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री मोदी से यह पुरस्कार डव्वा ग्राम पंचायत की सरपंच योगेश्वरी चौधरी ने प्राप्त किया।
एक करोड़ के राष्ट्रीय पुरस्कार का सम्मान (धनादेश ) , प्रशस्ति पत्र , प्रमाण पत्र और ट्रॉफी मिलना कोई छोटी बात नहीं है , हमें इस बात का अभिमान है कि डव्वा ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय स्तर पर पहला पुरस्कार प्राप्त हुआ है ऐसी प्रतिक्रिया ग्राम वासियों ने व्यक्त करते खुशी जाहिर की और कहा- देश भर में लोग अब ग्राम पंचायत डव्वा को जानने और पहचानने लगे हैं।
बता दें कि कर्नाटक के बिरडाहल्ली को द्वितीय और बिहार के मोतीपुर को तृतीय पुरस्कार मिला है।
भारत का तेज विकास तभी संभव है जब गांव सशक्त हों -प्रधानमंत्री मोदी
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ” राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस ” के इस अवसर पर कहा- स्वशासन की मजबूती और भागीदारी के लिए यह पुरस्कार सम्मान का प्रतीक है , देश के समग्र विकास की दिशा में आज ऐतिहासिक क्षण है भारत का तेज विकास तभी संभव है जब गांव सशक्त हों और इसके लिए पिछले 10 साल में पंचायत को सशक्त बनाने के लिए 13वें वित्त आयोग की राशि में 7 गुना बढ़ोतरी की गई है जो एक बड़ा कदम है , मैं ग्राम पंचायत सदस्य , जनप्रतिनिधियों और नागरिकों को शुभकामनाएं देता हूं।
जलवायु प्रयासों को मिला सम्मान , डव्वा पंचायत देश में अव्वल
गोंदिया जिले के सड़क अर्जुनी तहसील के डव्वा ग्राम पंचायत में कई सरपंच आए और चले गए लेकिन जो काम सरपंच योगेश्वरी चौधरी ने अपने हाथों में लिया उसने इस गांव की दशा और दिशा ही बदल दी।
न सिर्फ गांव को सुंदर और स्वच्छ बनाया गया बल्कि सौर ऊर्जा , वृक्षारोपण, हरियाली , कचरा व्यवस्थापन के दिशा में भी कई बड़े कदम उठाए गए।
डव्वा ग्राम पंचायत को यह पुरस्कार पर्यावरण संरक्षण व जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए दिया गया है जो ग्राम पंचायत के उल्लेखनीय कार्यों हेतु दिया जाता है।
ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पुरस्कार प्राप्त हो इस लक्ष्य को लेकर कार्बन की मात्रा कैसे कम करें इस दिशा में बड़े कदम उठाए गए , गांव के परिवारों को घर-घर जाकर समझाया गया।
ग्राम पंचायत सौर ऊर्जा के संचालित हो सबसे पहले यह शुरुआत हुई इसके बाद गांव का प्रत्येक घर सौर ऊर्जा से जुड़े इसे लेकर 21 इमारतों में सोलर पैनल शेड स्थापित करने की शुरुआत की गई , सौर ऊर्जा से ही इलेक्ट्रिक व्हीकल ( ई वाहन ) आज चार्ज होने लगे है।
गांव से , घरों से , सार्वजनिक स्थलों से निकलने वाली गीले और सूखे कचरे के लिए घन कचरा व्यवस्थापन की दिशा में कदम उठाकर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया।
प्लास्टिक बोतल , प्लास्टिक पॉलिथीन बैग और पटाखों पर प्रतिबंध जैसे ठोस कदमों ने डव्वा ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान दिलाई ।
सौर ऊर्जा का उपयोग , स्वच्छता , वृक्षारोपण , हरियाली इसे अभियान बनाया गया ।
जन जागृति का यह प्रतिफल देश में अव्वल ग्राम पंचायत पुरस्कार के तौर पर अब डव्वा ग्राम पंचायत को मिला है जो समूचे गोंदिया जिले के लिए गौरव की बात है।
रवि आर्य