गोंदिया। अक्सर बारिश के दिनों में आसमान में काले बाल छा जाने के बाद घनघोर वर्षा पूर्व आकाश में बिजली चमकती है। कई अवसरों पर यह गाज कृषि कार्य में जुटे मजदुरों पर आ गिरती है, जिससे उनकी अकाल मौत हो जाती है। शुक्रवार 21 जुलाई का दिन गोंदिया-भंडारा जिले के लिए काला दिन साबित हुआ। आकाशीय बिजली की चपेट में आकर अलग-अलग ठिकानों पर 3 महिलाओं व एक पुरूष की अकाल मौत हो गई, जबकि 10 लोग गंभीर जख्मी हो गए।
जिले की तिरोड़ा तहसील के ग्राम नवेझरी निवासी 14 महिलाएं बुआई कार्य हेतु मोहाड़ी तहसील के ग्राम निलज खुर्द निवासी किसान सूर्यप्रकाश बोंदरे के खेत में गई थी। दोपहर तक काम करने के बाद उक्त महिला मजदूर धुरे पर बैठकर खाना खा रही थी, इस दौरान अचानक आसमान में बिजली की कड़काहट शुरू हुई और मूसलाधार बारिश के बीच उनकी शरीर पर आकाशीय बिजली आ गिरी। इसमें झूलसने से लताबाई वाढवे (50) व वच्छला बावनथड़े (50 दोनों निवासी नवेझरी त. तिरोड़ा) की मौके पर ही मौत हो गई जबकि सुलोचना सिंगनजुड़े (35), निर्मला खोब्रागड़े (50), बेबीबाई सयाम (55) गंभीर जख्मी हो गई।
घायल महिलाओं को उपचार हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया जहां प्राथमिक उपचार पश्चात उन्हें भंडारा के जिला अस्पताल रैफर किया गया है।
दुसरी घटना सड़क अर्जुनी तहसील के ग्राम घाटबोरी (तेली) में दोप. 2.35 बजे घटित हुई। मृतक किसान ओमदास सखाराम वाघाड़े यह अपने खेत में कृषि कार्य में जुटा था, इस दौरान आकाशिय बिजली उसके शरीर पर आ गिरी और बुरी तरह झूलसने से किसान की मृत्यु हो गई।
तीसरी घटना देवरी तहसील के ग्राम शिलापुर में दोप. 3 बजे घटित हुई। बताया जाता है कि, कुछ महिलाएं खेत में कृषि कार्य में जुटी थी, तभी वज्रपात का कहर टूट पड़ा और खेत में काम कर रही सौ. ललिता कैलाश राऊत (35) की मृत्यु हो गई तथा अन्य 4 महिलाएं व 1 पुरूष जख्मी हो गए। घायलों को उपचार हेतु ग्रामीण अस्पताल देवरी में भर्ती कराया गया है।
एक अन्य घटना में तिरोड़ा तहसील निवासी फुलन इसुलाल ठाकरे (42) व गायत्री दिनेश ठाकरे (36) भी आकाशिय बिजली की चपेट में आकर झूलस गई।
रवि आर्य