इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में एक बार फिर फिक्सिंग का मामला सामने आया है. इस बार यह मामला रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज से जुड़ा हुआ है. दरअसल, आईपीएल की सट्टेबाजी में एक ड्राइवर ने पैसे गंवाने के बाद सिराज से संपर्क किया.
पीटीआई के मुताबिक, इस ड्राइवर ने सिराज को लालच दिया कि वो यदि टीम के अंदर की बातें उसे बताते हैं, तो वह इस खिलाड़ी को मोटी रकम दे सकता है. मगर सिराज ने इस पूरे मामले की जानकारी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के भ्रष्टाचार रोधी इकाई (ACU) को दे दी है.
सिराज ने तुरंत इसकी जानकारी बीसीसीआई को दी
इस जानकारी के बाद बीसीसीआई की यह यूनिट हरकत में आई और तेजी से जांच करते हुए उस ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया है कि सिराज से संपर्क करने वाला व्यक्ति कोई सट्टेबाज नहीं है, बल्कि वह हैदराबाद का एक ड्राइवर है.
बीसीसीआई के सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘सिराज से संपर्क करने वाला कोई सट्टेबाज (बुकी) नहीं था. वह हैदराबाद का एक ड्राइवर है, जो मैचों पर सट्टा लगाता है. वो सट्टेबाजी में कई सारे रुपये हार गया, इस कारण से उसने टीम के अंदर की जानकारी के लिए सिराज से संपर्क किया था. सिराज ने तुरंत इसकी जानकारी दी.’
ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया
अधिकारी के मुताबिक उस ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने आगे कहा, ‘सिराज के जानकारी देने के बाद तुरंत कार्रवाई हुई और कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है. अब उससे पूछताछ की जा रही है. बाकी जानकारी का इंतजार है.’ हर टीम के साथ रुकता है ACU अधिकारी बता दें कि आईपीएल में पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत, अकिंत चव्हाण और अजीत चंदीला को भी फिक्सिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया था. तीनों के साथ चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) टीम के पूर्व प्रिंसिपल गुरुनाथ मयप्पन भी गिरफ्तार किए गए थे. इसी के बाद से बीसीसीआई की एंटी करप्शन टीम काफी अलर्ट रहती है.
आईपीएल की हर एक टीम के साथ ACU का एक अधिकारी होता है, जो खिलाड़ियों के साथ ही होटल में रुकता है. वह हर गतिविधियों पर नजर रखता है. हर एक खिलाडी को क्या करें और क्या ना करें, इसको लेकर ट्रेनिंग भी दी जाती है. यदि कोई प्लेयर जानकारी नहीं दे पाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी होती है.