अग्रसेन भवन में कीर्ति किशोरी माता ने सुनाया प्रसंग
नागपुर: जब भी प्रभु को मन से याद करोगे, भक्ति से बुलाओगे तो वे जरूर दर्शन देंगे. जिस तरह प्रभु ने बालक ध्रुव की कड़ी तपस्या व भक्ति का फल उन्हें दर्शन देकर दिया. उक्त आशय के उद्गार श्री अग्रसेन भवन, रविनगर में जारी श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के दौरान भागवत कथाकार कीर्ति किशोरी माता जी ने भक्तों से कहे. यहां 20 अगस्त तक श्रीमद् भागवत कथा का सुंदर आयोजन किया गया है. कथा का समय दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक रखा गया है.
माताजी ने ध्रुव चरित्र प्रसंग के साथ अन्य प्रसंगों का सुंदर वर्णन किया. उन्होंने कहा कि प्रभु श्री हरि अपने भक्तों पर हमेशा ही कृपा करते हैं. वे भक्ति करनेवाले की उम्र को नहीं देखते अपितु उसकी भक्ति पर प्रसन्न होते हैं. बालक ध्रुव की आयु कम थी परंतु उनकी भक्ति में प्रेम, समर्पण व अपने प्रभु के लिए विश्वास था. जिस विश्वास को श्री हरि नारायण ने टूटने नहीं दिया.
कथा आरंभ से पूर्व यजमान पुष्करलाल अग्रवाल परिवार ने श्रीमद् भागवत जी की आरती की. बुधवार को कथा में समुद्र मंथन, वामन अवतार,कृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग होगा. सभी से इस अवसर पर उपस्थिति की अपील की गई है.