– मनपा ने दुरुस्त करने के लिए 20 करोड़ की योजना बनाई,5 करोड़ सिंचाई विभाग की दी लेकिन काम समाधानकारक नहीं किया गया,मनपा प्रशासक करेंगे समीक्षा
नागपुर – शहर की ऐतिहासिक अंबाझरी तालाब में दरार पाए जाने पर इसकी मरम्मत के लिए कुल 20 करोड़ रुपये की योजना तैयार की गई है. जिसमें से 5 करोड़ रुपये सिंचाई विभाग को दे दिए गए हैं. इसके बावजूद मनपा प्रशासन को इस बात पर संदेह है कि सिंचाई विभाग ने सम्पूर्ण दरारें नहीं पाटी और गुणवत्तापूर्ण काम नहीं किया।
अंबाझरी तालाब नागपुर शहर के पश्चिम में ऊंचाई पर बनाई गई है। करीब पचास साल पहले इसी सरोवर से नागपुर के लोगों की प्यास बुझाई जा रही थी। यदि यह तालाब फूटती है तो अनुमान है कि आधा नागपुर जलमग्न हो सकता है। इस तालाब के सामने मेट्रो रेल का ट्रैक है। मेट्रो लाइन के निर्माण के लिए तालाब के निकट ट्रैक का पिलर खड़ा किया गया हैं. ऐसी शिकायतें हैं कि पिलरों के लिए की गई खुदाई के कारण अंबाझरी तालाब की सुरक्षा दीवार में दरारें आई है।
तालाब के चारों ओर बड़े-बड़े पेड़ हैं। इन पेड़ों की जड़ें तालाब की दीवारों से अच्छी तरह जुड़ी हुई थीं। मेट्रो के पिलरों की खुदाई के कारण पेड़ों की जड़े ढीले हो गई हैं। इसको लेकर कुछ विधायकों ने प्रशासन से शिकायत की थी। तालाब के फटने का भी खतरा था। यह भी कहा जाता है कि पेड़ की जड़ों ने तालाब की सुरक्षा दीवार को तोड़ दिया है।
सिंचाई विभाग से रिपोर्ट मांगी गई थी कि कितने पेड़ की जड़ों से सुरक्षा के लिए खतरा हैं और किन पेड़ों को काटना होगा.उन्होंने स्पष्ट रिपोर्ट अभी तक नहीं दी। तालाब की मरम्मत के लिए 20 करोड़ की योजना तैयार की गई थी। जिसमें से 5 करोड़ रुपये सिंचाई विभाग को दिए गए।
मनपा प्रशासक राधाकृष्णन बी जल्द ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर उक्त कामों की समीक्षा करेंगे और ठोस नियोजन का निर्देश भी देंगे।