नागपुर – महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से सत्ता-नाट्य चल रहा है। विधान परिषद के परिणामों के बाद, राज्य में कई राजनीतिक घटनाक्रम बड़ी तेजी से हुई। इसके बाद राज्य में महाविकास आघाड़ी सरकार गिर गई और एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद 2 दिवसीय विशेष अधिवेशन की समाप्ति बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कल नागपुर पहुंच जहाँ कार्यकर्ताओं ने उनका मनोबल ऊँचा करने हेतु जोरदार स्वागत-सत्कार सह रैली निकाली।
देखा गया कि नागपुर में देवेंद्र फडणवीस के स्वागतार्थ रैली अर्थात विजयरथ सह शहर में लगे बैनर-पोस्टर व होर्डिंग से अमित शाह की एक तस्वीर गायब नज़र आई । मुंबई में भी स्वागत-सत्कार-जुलुस के दौरान भी अमित शाह की फोटो बैनर पर नहीं थी। तो क्या इस मुद्दे को लेकर भाजपा में अंदरूनी कलह है ? या भाजपा से नाराज हैं फडणवीस ? इस तरह की गर्मागर्म चर्चा सम्पूर्ण राज्य में हो रही है।
ऐसी भी प्रतिक्रियाएं आई थीं कि फडणवीस उपमुख्यमंत्री पद स्वीकारने पर दबाव बनाने के मामले में अंदरूनी रूप से नाराज हैं। एकनाथ शिंदे के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने और देवेंद्र फडणवीस के उपमुख्यमंत्री बनने के बाद, भाजपा ने मुंबई में स्वागत-सत्कार किया गया,इस स्वागत-सत्कार में लगे देवेंद्र फडणवीस के बैनर में भाजपा के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की फोटो नहीं थी. तो क्या अमित शाह से नाराज हैं फडणवीस ? राजनीतिक गलियारों में इस तरह की चर्चा चल रही थी।
फडणवीस ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले एक संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की थी कि वह सरकार के मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं होंगे। उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी के साथ अमित शाह और जेपी नड्डा ने ट्वीट कर फडणवीस को उप मुख्यमंत्री बनने का आदेश दिया.इसके बाद उन्होंने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि चर्चा थी कि वह इस दबाव युक्त पद को लेकर केंद्रीय नेतृत्व से नाराज़ चल रहे हैं। चूंकि कल नागपुर में भी अमित शाह का कोई फोटो नहीं दिखा,इसलिए राजनीतिक गलियारों में कई प्रकार के चर्चाएं हिचकोले खा रही हैं.