Published On : Fri, Apr 23rd, 2021

नागपुर के निजी हॉस्पिटल ने कोरोना मरीज को ऐसा इंजेक्शन लिखकर दिया जो फिलहाल देश मे भी मिलना मुश्किल

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नागपुर– शहर में कोरोना संक्रमण और इससे होनेवाली मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. रोजाना शहर में ऐसे मामले सामने आते है, जिसे देखकर इंसान झकझोर हो जाता है. ऐसा ही एक मामला धंतोली के एक बड़े हॉस्पिटल में सामने आया है, जहांपर डॉक्टरों ने मरीज की पत्नी को वो इंजेक्शन लिखकर दिया, जो नागपुर में ही क्या इस समय पूरे भारत मे नही मिलेगा. जानकारी के अनुसार धंतोली के एक नामांकित निजी हॉस्पिटल में एक दिन पहले एक 33 वर्षीय कोरोना पीडीत मरीज इलाज के लिए भर्ती हुआ है. गुरुवार रात को 9 बजे हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने रेमडेसीवर के बाद सबसे ज्यादा जिस इंजेक्शन की किल्लत है, वो इंजेक्शन मरीज के परिजनों को लिखकर दिया. इसकी कीमत करीब 50 हजार रुपए है.

अपने पति की जान बचाने के लिए मरीज की पत्नी अपने साढ़े पांच महीने की बच्ची के साथ शहर के बड़े बड़े हॉस्पिटलों में इंजेक्शन के लिए गई, लेकिन उन्हें वहां इंजेक्शन नही मिला. महिला और उसकी छोटी बच्ची भी कोविड़ पॉजिटिव है. शहर के सभी मेडिकल स्टोर्स में भी महिला और उसके परिजनों ने दौड़ लगाई , लेकिन यह इंजेक्शन उन्हें कही नही मिला. महिला का कहना था कि वो इस इंजेक्शन के लिए 10 लाख रुपए भी दे सकती है.

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इस टोसिलिज़्यम्ब 400 एमजी इंजेक्शन के बारे में शहर के एक दूसरे बड़े हॉस्पिटल के डॉक्टर से जब संपर्क किया गया, तो उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि यह इंजेक्शन इस समय पूरे भारत मे आपको नही मिलेगा.

इसके बाद मरीज जिस निजी हॉस्पिटल में भर्ती है, वहां जब फोन लगाया तो उन्होंने नाराजगी और गुस्से से कहा कि यह मरीज जब हॉस्पिटल में आया था ,तो उसका ऑक्सिजन लेवल केवल 66 था, इस स्थिति में दुनिया का कोई भी हॉस्पिटल उसे भर्ती नही करता, बावजूद इसके हमने रिस्क लिया और मरीज को भर्ती किया.लेकिन अब उसकी तबियत ज्यादा खराब होने की वजह से उसके परिजनों को इंजेक्शन लिखकर दिया है. डॉक्टर ने कहा कि हमें यह पता है कि यह इंजेक्शन शहर में कही नही मिलेगा. लेकिन डॉक्टरो का जो काम है, मरीज को जिस दवा की जरूरत है, वो उसके परिजनों को लिखकर दे, यही हमनें किया.

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