नागपुर- कोरोना के कारण पिछले वर्ष से बंद हो चुकी स्कूल्स की कुछ क्लासेज शुरू हो चुकी है. स्कूलों की ओर से 9वी से लेकर 12 तक की क्लासेस भी शुरू है. 8 फरवरी से 5 से लेकर 8वी तक की क्लासेज शुरू की जाएगी. राज्य सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार स्कूल पूरे सावधानी के साथ शुरू है. सिविल लाइन्स स्थित शहर की काफी पुरानी प्रख्यात स्कुल सेंट उर्सुला गर्ल्स हाईस्कुल में भी क्लास 9वी से लेकर 12 तक शुरू है और 8 तारीख से बाकी क्लासेज शुरू होनेवाली है. ‘ नागपुर टुडे ‘ की ओर से स्कुल की प्रिंसिपल रचना सिंह से ख़ास बातचीत की गई.
स्कुल में कोरोना को लेकर ख़ास इंतजाम : रचना सिंह ( प्रिंसिपल )
सेंट उर्सुला गर्ल्स हाईस्कुल की प्रिंसिपल रचना सिंह ने बताया कि सैनिटाइजर से लेकर साफ़ सफाई तक सभी का पूरा ध्यान स्कुल में रखा जा रहा है. क्लासरूम में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. क्लास में 20 विद्यार्थियों को ही बिठाया जा रहा है. एक सेक्शन के दो या तीन भाग क्लासरूम की पटसंख्या के अनुसार बनाए गए है. इससे शिक्षकों पर तो बर्डन आ रहा है, लेकिन विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए यह इंतजाम किया है.
क्लासेज छूटने के बाद एक साथ सभी विद्यार्थियों को नहीं छोड़ा जाता. स्कुल में जगह जगह सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है. क्लासरूम में साफसफाई का ख़ास ध्यान रखा जा रहा है. 12 से 1 बजे के बीच सैनिटाइज किया जाता है और बाद में दूसरी बार और सैनिटाइज किया जाता है. विद्यार्थियों के स्कुल बैग्स और उनके जूतों को भी सैनिटाइज किया जाता है. सिंह ने बताया की 9 से लेकर 12 तक करीब 1200 विद्यार्थी आ रहे है.
इसके साथ ही ग्रांटेड स्टाफ 54 और बाकी नॉन ग्रांटेड 30 भी रोजाना आ रहा है. हॉस्टल भी है, उसको शुरू करने का भी आदेश है, विद्यार्थियों हो हॉस्टल से पहले क्वारंटाइन क्वॉर्टर में रखते है, इसके बाद उनका टेस्ट किया जाता है. इसके बाद ही वे हॉस्टल परिसर में आ सकते है. टीचर और स्टाफ के लिए बबल बनाया गया है. सिंह ने बताया कि ऑनलाइन क्लासेज भी शुरू है और जब एग्जाम होगी तो विद्यार्थियों को स्कुल में आकर ही शामिल होना होगा.
बिना डरे पालक भेजे बच्चों को स्कुल
प्रिंसिपल रचना सिंह ने बताया की ऑनलाइन क्लासेज में सभी शिक्षकों ने मेहनत की है. लेकिन यह विद्यार्थियों के लिए ज्यादा इफेक्टिव नहीं रहा है. विद्यार्थी अपने घर में खुद ही कही न कही, किसी न किसी काम में रहते है और माता पिता की बात भी नहीं मानते है. जिसके कारण वे पढ़ाई में मन नहीं लगा पाते. सिंह ने पालकों से अपील की है कि वे बिना डरे अपने बच्चों को स्कुल भेजे. उन्होंने कहा की पालकों ने जब तक स्कुल की व्यवस्था नहीं देखी थी तो वे डर रहे थे, लेकिन जब सुरक्षा के इंतजाम, और बाकी चीजें देखी तो वे खुद अब अपने बच्चों को स्कुल भेज रहे है.
पालकों ने जब देखा की शिक्षक विद्यार्थियों को काफी अच्छे से पढ़ा रहे है तो उन्होंने स्कूल में बच्चों को भेजना शुरू किया. विद्यार्थी कोरोना काल में अच्छे से पढ़े नहीं है, इसलिए उन्हें पढ़ाना काफी जरुरी है. स्कुल में फिसिकल एक्टिविटी, एक्सरसाइज भी विद्यार्थियों को कराई जा रही है. जितने भी ऑनलाइन कॉम्पीटीशन है, विद्यार्थी सभी कर रहे है. सभी कार्यक्रमों में विद्यार्थी हिस्सा ले रहे है. हेल्थ और हाईजीन पर स्कुल में ख़ास ध्यान दिया जा रहा है. लेबोरेटरी और कंप्यूटर रूम में भी केवल 20 विद्यार्थियों को ही एंट्री दी जा रही है. शिक्षक और सभी विद्यार्थियों को लेकर काफी सावधानी बरत रहे है.