वनविभाग ने बेहोशी का इंजेक्शन देकर पिंजरे में किया कैद
गोंदिया । जंगल क्षेत्र से निकलकर एक भालू 30 जून मंगलवार के रात 11.30 बजे शहर में घुस आया। इस घटना से शहर के सिंगलटोली और आंबाटोली क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
सूचना मिलते ही हमले की आंशका को देखते हुए वनविभाग ने इलाके के लोगों को अलर्ट कर दिया।
संभावना व्यक्त की जा रही है कि, ट्रेनों का आवागमन ना के बराबर होने की वजह से ढाकनी तथा पांगड़ी के वन परिक्षेत्र की तरफ से पटरी-पटरी होते हुए भालू सिंगलटोली (आंबाटोली) क्षेत्र स्थित रमाबाई स्कूल के निकट तक आ पहुंचा।
उसपर पब्लिक की ऩजर पड़ी तो लोग जमा होकर शोर मचाते हुए भालू को परेशान करना शुरू कर दिया और इलाके में खबर आग की तरह फैलने से 300 से 400 तमाशबीन जमा हो गए।
क्योंकि यह क्षेत्र कंटेन्मेंट जोन से लगा हुआ है इसलिए पुलिस स्टॉफ ने पहुंचते ही पब्लिक को हटाना शुरू किया जिससे लोग घरों में चले गए।
रातभर वनविभाग अधिकारी और कर्मचारी भालू की मूमेंट पर निगरानी करते रहे। इसी बीच वह एक खखरी की बाड़ीनूमा जगह के खाली प्लॉट पर स्थित जामुन के झाड़ पर भालू चढ़ गया। क्योंकि झाड़ पतला था और भालू का शरीर मोटा इसलिए कुछ देर में ही भालू उतर आया और आसपास के तीन- चार गलियों में इधर-उधर चलते रहा ।
इस दौरान वनविभाग टीम ने पहुंचकर चारों ओर से ग्रीन मेट जाली और बैरिकेट्स बांध दिया ताकि सुरक्षा बनी रहे और भालू लोगों के घरों में ना घुसे।
अच्छी बात यह रही कि, भालू ने किसी इंसान को नुकसान नहीं पहुंचाया और मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तथा वन कर्मचारियों के पहुंचने से भालू को भी पब्लिक द्वारा कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
रेस्क्यू टीम नागझिरा- नवेगांवबांध से पिंजरा गाड़ी बैरिकेट्स लेकर रात ढ़ाई से 3 बजे के दौरान पहुंची।
पशु वैद्यकीय अधिकारी डॉ.कजरे यह एकोड़ी से पहुंचे उसके बाद आज बुधवार 1 जुलाई सुबह 6 बजे उजाला होते ही DCF पूनम पाटे से ट्रेन्यूलाइज करने का ऑर्डर मिलने पर रेस्क्यू टीम के मिथुन चौहान ने ट्रेंन्यूलाइजर गन से बेहोशी का इंजेक्शन भालू को दिया। ट्रेन्यूलाइज करने के बाद भालू बेहोश हो गया उसके बाद वनविभाग अधिकारियों ने 15 से 20 मिनट भालू पर निगरानी रखी, जब यह कन्फर्म हो गया कि भालू बेहोश हो गया है फिर उसे बेहोशी की अवस्था में ही पिंजरे में कैद कर लिया गया और पिंजरा गाड़ी मुंडीपार पाउंड जंगल की दिशा की ओर आज सुबह 8 रवाना हुई जहां जंगल में भालू को छोड़ दिया गया।
यह रेस्क्यू ऑपरेशन DCF पूनम पाटे के मार्गदर्शन तथा सहायक वनसंरक्षक गोंदिया आर.आर. सतगीर के नेतृत्व में वनक्षेत्राधिकारी सुशील नांदवटे, वन क्षेत्र सहायक संतोष श्रीवास्तव, वाढई, एन.वैद्य, डी.जी दखने (मुंडीपार )एम. दुर्रानी (दासगांव) वनरक्षक- भंडारकर ,नागपुरे ,लिल्हारे,काड़बांधे , रेस्क्यू ट्रेन्यूलाइज टीम प्रमुख मिथुन चौहान, गोदे द्वारा चलाया गया इस दौरान वन सेवा संस्था अध्यक्ष- सावन बहेकार , मुकुंद धुर्वे ( मानद सदस्य) उपस्थित थे , इलाके में बंदोबस्त की जिम्मेदारी शहर थाना प्रभारी बबन आव्हाड़ , तथा रामनगर थाना प्रभारी घुगे के नेतृत्व में पुलिस दल ने संभाली।
रवि आर्य