बुलढाणा। एक दुकान पर गाज गिरके शॉटसर्किट हुआ जिसमे 9 दुकानें जलकर खाक हो गई. इस घटना में दुकान मालिकों का 86, 92, 936 लाख का नुकसान हुआ है. जिससे दुकानदारों के परिवार पर भूखोमरी की नौबत पड़ी है. यह घटना कल रात 12:30 के करीब घटी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत कुछ वर्षों से जयस्तंभ चौक, जिला परिषद के पीछे अतिक्रमण के जगह पर अनेक व्यवसायीको ने दुकाने लगाई है. कल रात साढ़े दस से ग्यारह बजे के करीब अचानक मौसम में बदलाव आया. कुछ देर बाद बिजली चमकने लगी. इसी दौरान अचानक एक दुकान पर गाज गिरने से शॉटसर्किट हुआ और आग लग गई. आग इतनी भीषण थी की आग ने सभी दुकाने अपनी चपेट ले ली.
इन दुकानों पर व्यवसायिकों परिवार निर्भर था. इसमें प्रकाश देशलहरा की धिरज जनरल एजन्सी, सचिन देशलहरा की महाविर रबर स्टॅम्प, मुकूंद नागवंशी की स्वामी इलेक्ट्रीकल्स, गोविंदा खुमकर की विशाल टेलर्स, मोहसिन खान की टोटल मोबाईल शॉपी, राजू लोखंडे की राज फोटो फ्रेमींग, चंपालाल देशलहरा की सचिन एजन्सी, अनिल बोर्डे की अनिल कॅम्प्युटर और प्रकाश बाजड की गणेश इलेक्ट्रॉनिक्स समेत अनेक दुकाने शामिल है.
धुएं को देखते ही झुंबड नाम के व्यक्ति ने दुकान मालिकों को फोन किया. दुकानदारों के आने तक करीब 8 दुकाने जल चुकी थी. घटना की जानकारी मिलते ही दो अग्निशमन गाडियां घटनास्थल पर पहुंची. लेकिन इस रास्ते पर दोनों साइड पर खम्बे गड़े होने से दूर से ही पानी का फवारा छोड़ा गया. जिससे आग पर नियंत्रण करना काफी मुश्किल हुआ. उसकेबाद बारिश आने से थोड़ी आग नियंत्रित हुई. इस आग में प्रकाश देशलहरा का 12 लाख 56 हजार 500 रुपयों का, सचिन देशलहरा का 3 लाख 75 हजार, मुकूंद नागवंशी का 9 लाख 13 हजार, गोविंदा खुमकर का 8 लाख 32 हजार, मोहसिन खान का 9 लाख 81 हजार, राजू लोखंडे का 6 लाख 29 हजार, अनिल बोर्डे का 3 लाख 9 हजार 500 रूपए और प्रकाश बाजड का 1 लाख 48 हजार का नुकसान हुआ. तथा इस घटना में सबसे ज्यादा चंपालाल देशलहरा का 32 लाख 48 हजार 936 रुपयों का नुकसान हुआ है. इस घटना में दुकानदारों का कुल 86 लाख 92 हजार 936 रुपयों का नुकसान हुआ है.
इस दौरान वि. हर्षवर्धन सपकाल और पूर्व विधायक विजयराज शिंदे ने घटनास्थल जाकर नुकसान का निरिक्षण किया. उसके बाद उपविभागीय अधिकारी खांदे, तहसिलदार दिपक बाजड, मंडल अधिकारी विजय टेकाले और तलाठी गणेश देशमुख ने नुकसान का पंचनामा किया. इस आग में दुकानो के सभी चीजे जलकर खाक होने से अनेक व्यावसायीको के परिवारों पर आर्थिक संकट आ पड़ा है. इस समस्या से बाहर निकलने के लिए जल्द से जल्द नुकसान भरपाई दे ऐसी मांग की गई है.