नागपुर: शहर के जाने वाले शिक्षण संस्थान वीएनआयटी पर गैरकानूनी तरीके से 62 पेड़ कांटने का आरोप लगा है। फ़िलहाल इस मामले में बजाज नगर पुलिस जाँच कर रही है। आरटीआई कार्यकर्त्ता सौरभ दुबे की शिकायत के बाद मनपा के उद्यान विभाग ने 23 अक्टूबर को वीएनआयटी का दौरा किया था। जहाँ पेड़ों की कांटने के साबुत मिले। इसी दिन महानगर पालिका द्वारा कॉलेज प्रशासन को नोटिस जारी कर जवाब माँगा गया। मनपा के उद्यान विभाग ने बजाज नगर थाने को इसी दिन पत्र लिखकर मामला दर्ज करने की अपील की थी।
पुलिस इस मामले की जाँच कर रही है। पेड़ कांटने का आदेश देने वाले कॉलेज के कार्यपालक अभियंता के जू बारापात्रे बारापात्रे ने पुलिस में दर्ज कराये गए अपने बयान में बताया की। युवक छात्रवास के बगल में मौजूद भाग में मौजूद इन झाड़ो की वजह से मच्छर पैदा हो गए थे। दिवाली के समय मच्छरों के कांटने से करीब 50 बच्चो को डेंगू हो गया जबकि 2 गंभीर रूप से बीमार हो गए थे। इस घटना के बाद खुद मनपा के डॉक्टर ने जगह का दौरा किया था। बच्चो को मच्छरों से होने वाली बीमारी से बचाने के लिए यह फैसला लेने की जानकारी पुलिस को कॉलेज प्रशासन द्वारा दी गयी है।
इस मामले में पुलिस ने पेड़ की कटाई करने वाले ठेकेदार का भी बयान दर्ज किया है। अभी पेड़ कटाने का टेंडर जारी करने वाले व्यक्ति का बयान दर्ज किया जाना बाक़ी है। आम आदमी को एक पेड़ को कांटने के लिए भी जहाँ मनपा की इजाज़त लेनी होती है। वही कॉलेज ने वर्षो पुराने करीब 62 पेड़ों को बिना किसी को बताए की कांट डाला जिसे लेकर शहर के पर्यवारण संरक्षण का काम करने वाले लोगो में ख़ासी नाराजगी है।
इन लोगो का कहना है की मच्छरों से छात्रों को बचाने के लिए अन्य तरीको का इस्तेमाल किया जा सकता था इसके लिए इतने पेड़ो की बलि देने की आवश्यकता नहीं थी। दूसरी तरफ कॉलेज ने पुलिस को बताया है की पेड़ जहाँ मौजूद थे वहाँ फॉगिंग भी नहीं की जा सकती थी।