नागपुर: पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के माध्यम से, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अन्य श्रेणियों के 10 मेधावी छात्रों को हर साल विदेश में उच्च शिक्षा के लिए विदेशी छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। मेधावी छात्रों की संख्या 10 से बढ़ाकर 50 कर दी गई है।
ईमाव, अन्य पिछड़ा वर्ग, मुक्त जातियों, विशेष पिछड़ा वर्ग के मेधावी छात्रों और छात्राओं के लिए विदेश में उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्रों की संख्या 10 से बढ़ाकर 50 की गई है। इनमें इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर ब्रांच, मैनेजमेंट-10, साइंस-6, आर्ट-4, लॉ कोर्स-4, पीएचडी-3, कॉमर्स-2, फार्मास्युटिकल साइंस-2 के 19 छात्र, इस तरह कुल 50 छात्र शामिल होंगे। चयनित छात्र विदेश में स्कॉलरशिप का लाभ उठा सकेंगे।
1 वर्ष के पाठ्यक्रम के लिए हवाई टिकट या सामान्य मास्टर डिग्री के लिए वास्तविक पाठ्यक्रम की अवधि, जो भी कम हो और पीएचडी के लिए 4 वर्ष या वास्तविक पाठ्यक्रम की अवधि जो भी कम हो, के लिए प्रति छात्र 30 लाख रुपए प्रति वर्ष इस उद्देश्य के लिए, विदेशी छात्रवृत्ति शाखा, पाठ्यक्रम के अनुसार प्रति छात्र प्रति वर्ष 40 लाख रुपए की सीमा में भुगतान किया जाएगा और 50 छात्रों का चयन किया गया है। अधिक जानकारी के लिए संबंधित विभाग से इच्छुक लाभार्थी संपर्क कर सकते हैं