अकोला। 143 मे सें 40 पाजिटिव स्वाईन फ्लू ने अब तक जिले के 4 लोगों की जान ली थी. दौरान आज एक निजी अस्पताल में मेडशी निवासी 30 वर्षीय सुनीता कृष्णराव घुगे की स्वाइन फ्लू के कारण मौत होने से इस बीमारी से मरनेवालों की संख्या पांच हो गई है. वहीं संदिग्ध मरीजों की संख्या भी 143 तक पहुंच गई है. वाशिम जिले के मेडशी निवासी इस गर्भवती महिला का स्वास्थ्य बिगडने से उसे मेडशी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया था. परंतु स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध न होने से उसे अकोला के जिला महिला अस्पताल में दाखिल करने की सलाह दी गई थी. अकोला में सुनीता की शल्यक्रिया होने के बाद उसने बेटे को जन्म दिया. इसके बाद सुनीता की हालत और बिगडने से उसे जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया.
उचित उपचार न होने का आरोप कर उसे अकोला के निजी अस्पताल में 8 मार्च को भर्ती किया गया. इस महिला को स्वाइन फ्लू का संक्रमण होने की संभावना को देखते हुए खून के नमूने मुंबई भेजे गए. जिसमें महिला को स्वाइन फ्लू होने की बात सामने आई. उपचार के दौरान 14 मार्च को देररात इस महिला ने दम तोड दिया. महिला को पहले एक बेटी भी है. पति मजदूरी कर घर संसार चला रहा है. अब तक अकोला के अलावा समीपवर्ती बुलडाणा, वाशिम एवं अमरावती जिले के दर्यापूर, परतवाडा क्षेत्र से इलाज के लिए पहुंचे मरीजों में से कुल 143 संदिग्धों की जांच तथा रक्त नमूने प्रयोगशाला भेजे गए, जिनमें से अब तक 40 मरीज स्वाईन फ्लू के पाजिटिव पाए गए है. मौसम के बदलते तेवर एवं गंदगी के कारण नाक से निकलनेवाले सांस के माध्यम से एस बीमारी के कीटाणू फैलने का खतरा दिनबदिन बढता जा रहा हैं.