नागपुर: नामांकन के अंतिम दिन महानगर पालिका चुनाव की प्रक्रिया सर्वर डाउन होने की वजह से बुरी तरह प्रभावित हुयी थी। कई राजनीतिक दलों के उम्मीदवार अपने ए बी फॉर्म तक नहीं जमा करा पाए थे, जिससे उन्हें निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने को बाध्य होना पड़ेगा। शिवसेना ने सर्वर डाउन होने की दिक्कत को भारतीय जनता पार्टी की एक साजिश करार दिया है और दावा किया है कि नागपुर की जनता भाजपा को इस साजिश का यथायोग्य जवाब देगी।
सर्वर डाउन होने की वजह सबसे ज्यादा खामियाजा शिवसेना के प्रत्यशियों को भुगतना पड़ेगा। शिवसेना के 30 से 40 उम्मीदवार इस बार का मनपा चुनाव अपने अधिकृत चुनाव चिन्ह ‘धनुष-बाण’ के साथ नहीं लड़ पाएंगे। शिवसेना नेता सतीश हरड़े ने सर्वर डाउन होने को तकनीकी दिक्कत मानने से इंकार कर दिया है और इसे शिवसेना के खिलाफ भाजपा की साजिश करार दिया है।
अपने बागियों को सबक सिखाने के लिए भाजपा का षड्यंत्र
शिवसेना नेता सतीश हरड़े ने आरोप लगाया है कि भाजपा द्वारा मनपा चुनाव के टिकट बंटवारे से कई दिग्गज नेता नाराज थे। कांग्रेस में भी यही हाल था। दोनों ही पार्टी के बागी उम्मीदवारों ने शिवसेना के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई। शिवसेना ने उन बागियों को अपने पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार बनाने की तैयारी कर ली और उनके लिए ए बी फॉर्म भेजे गए, लेकिन सर्वर डाउन के खेल ने भाजपा की खीझ को उजागर कर दिया है। जनता चुनाव में मतदान के जरिए भाजपा के इस षड्यंत्र और नाकामी का समुचित जवाब देगी।
शिवसेना को झटका
सर्वर डाउन होने की वजह से शिवसेना के 115 में से महज 60 ए बी फॉर्म ही जमा हो पाए। शेष 30-40 अधिकृत उम्मीदवारों को निर्दलीय चुनाव लड़ने को मजबूर होना पड़ेगा।
