नागपुर : शीतसत्र अधिवेश के दौरान मंत्रियों से लेकर अधिकारियों और मंत्रालय के कर्मचारियों को वाहन उपलब्ध कराना वाहन व्यवस्था विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती होती है। इस साल विभाग को शीतसत्र अधिवेशन के दौरान 1200 वाहनों की जरूरत है। वाहन जब्ती का कुल लक्ष्य 3500 वाहनों का रखा गया है। बीते साल विभाग के पास 1197 वाहन जमा हो गए थे जिसमें से 1151 वाहनों को कामकाज के लिए लगाया गया था। अतिरिक्त वाहनों की संख्या मंत्रीमंडल विस्तार को देखते हुए जताई जा रही है। विभाग द्वारा इस संबंध में 24 अ्क्टूबर को ही विभिन्न जिलों के विभागों को वाहन जमा कराने संबंधी पत्र भेजे जा चुके हैं। अब तक कुल 80 वाहन जमा होने की जानकारी मिली है।
बता दें कि हर साल अधिकारियिों द्वारा वाहन जमा कराने में आना कानी होती है। यही वजह है कि कई बार अधिकारियों से वाहन बीच सड़क जब्त करने की सख्त कार्रवाई तक करने पर विभाग को मजबूर होना पड़ता है। लगनेवाले वाहनों में सबसे ज्यादा वाहन नागपुर से जुटाने का लक्ष्य है। अकेले नागपुर से 499 वाहनों को जमा करने का लक्ष्य रखा गया है। जमा किए जानेवाले वाहनों की पार्किंग व्यवस्था सरपंच भवन, आईटीआई परिसर, बचत भवन, होमगार्ड कार्यालय में की जाती है। वाहन चालकों के ठहरने की व्यवस्था भी पार्किंग स्थलों के पास कराई जाती है।
वाहन जमा करने में नागपुर संभाग अव्वल
विधानमंडल शीतसत्र में नागपुर संभाग वाहन जमा करने में अन्य संभागों की तुलना में सबसे आगे रहता है। 2015 में नागपुर संभाग द्वारा जीप 332, कार 118 व अन्य वाहन 88 जमा किएगए थे। अमरावती संभाग द्वारा जीप 216,68 कारें व 11 अन्य वाहनों का समावेश रहा। नाशिक विभाग द्वारा 150 जीप व 60 कारों का समावेश है इसी तरह औरंगाबाद विभाग से 97 जीप व57 कारें ही जमा हो पाईं थी।