मांगी थी 30 हजार की रिश्वत, एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा
हिंगणघाट
तालुका के टेंभा ग्राम पंचायत की ग्रामसेविका श्रीमती वनिता वासुदेव राठोड़ और पूर्व सरपंच तथा ग्रामीण जलापूर्ति स्वच्छता समिति के अध्यक्ष धनराज नीलकंठ घराटे को 30 हजार की रिश्वत लेते हुए भ्रष्टाचार निरोधक विभाग (एसीबी) के अधिकारियों ने रंगे हाथ पकड़ लिया. दोनों एक उपठेकेदार से रिश्वत ले रहे थे.
प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय पेयजल योजना के तहत टेंभा ग्राम पंचायत को पानी की टंकी के निर्माण के लिए 36 लाख रुपए मिले हैं. इस काम का ठेका किसी दूसरे ठेकेदार को दिया गया था. मगर उस ठेकेदार ने उप ठेकेदार (पेटी कॉन्ट्रैक्टर) तेलरांधे को यह काम सौंप दिया था. उनका काम का मूल्यांकन 17 लाख किया गया था. उक्त राशि का चेक देने से पहले ग्रामसेविका और पूर्व सरपंच ने ठेकेदारों से 3 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी. काम मिलने से पहले ही ठेकेदार ने धनराज घराटे को 20 हजार रुपए दे दिए थे. कल यानी 17 जुलाई को ग्रामसेविका श्रीमती वनिता वासुदेव राठोड़ ने ठेकेदार को संत तुकाराम वार्ड हिंगनघाट में 30 हजार रुपए लेकर आने को कहा था.
ठेकेदार ने इसकी शिकायत एसीबी वर्धा से कर दी. उसी के मद्देनजर गुरुवार को शाम साढ़े 4 बजे 30 हजार की घूस लेते हुए एसीबी के अधिकारियों ने वनिता राठोड़ को रंगे हाथ पकड़ लिया. बाद में पूर्व सरपंच धनराज घराटे को भी गिरफ्तार कर लिया गया. एसीबी के लोखंडे, शिंदे और प्रदीप चौगांवकर आगे की जांच कर रहे हैं.