Published On : Thu, May 8th, 2014

वर्धा : रिश्वत लेते पकड़ा गया समाज कल्याण का लिपिक

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वर्धा

ACB Trap
दुष्कर्म से पीडीत युवती के माता-पिता को राज्य सरकार की ओर से मदद दिलाने के नाम पर 20 हजार रुपए की रिश्‍वत मांगने के आरोप में समाज कल्याण विभाग के लिपिक सुरेश राऊत को एंटी करप्शन ब्यूरो के दल ने धरदबोचा. आरोपी सुरेश राऊत को न्यायालय में पेश करने पर एक दिन का पुलिस रिमांड दिया गया है.

गौरतलब है कि 25 अक्तूबर 2013 को समुद्रपुर तहसील के गवा (कोल्ही) गांव निवासी 20 वर्षीय युवती के घर में घुसकर सचिन सेंदुरकर नामक युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे जलाकर मार दिया. इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था.

राज्य सरकार की ओर से दुष्कर्म से पीडीत युवती को समाज कल्याण विभाग की ओर से आर्थिक मदद दी जाती है. उसकी आवश्यक खानापूर्ति करने के लिए समाज कल्याण विभाग के लिपिक सुरेश राऊत और अन्य एक व्यक्ति युवती के पिता नीलकंठ मेश्राम के घर पहुंचे. उन्होंने नीलकंठ को आर्थिक मुआवजा दिलाने के लिए युवती का फोटो, जाति का प्रमाणपत्र एवं शाला छोड.ने का प्रमाणपत्र मांगा. साथ ही निलकंठ मेश्राम का मोबाइल नंबर भी लिया. लिपिक राऊत ने नीलकंठ मेश्राम को बताया कि जरूरत पडने पर वह अपने 8379086566 नंबर से उन्हें फोन करेंगा. कुछ दिनों बाद लिपिक राऊत ने निलकंठ मेश्राम को समाज कल्याण कार्यालय में बुलाया. इस समय निलकंठ मेश्राम के साथ उसके गांव के रूपेश लोखंडे भी थे. कार्यालय में बुलाने के बाद लिपिक राऊत ने निलकंठ मेश्राम के सामने मदद दिलाने में आनेवाली तकनीकी खामियों को गिनाया. और मदद दिलाने के लिए 20 हजार रुपए देने की मांग की, लेकिन नीलकंठ मेश्राम की आर्थिक स्थिती ठिक नहीं होने से मेश्राम ने रुपए देने में असर्मथता जताई.

इसके बाद लिपिक राऊत ने कहा कि मदद के तौर पर मिलनेवाले धनादेश से उसे 20 हजार रुपए देने पडेगे. ऐसा कहने पर युवती के पिता राजी हो गए. 23 अप्रैल 2014 को सुरेश राऊत ने मोबाइल से निलकंठ मेश्राम को धनादेश लेने के लिए समाज कल्याण कार्यालय में बुलाया और उन्हे पंजाब नैशनल बैंक का 1 लाख 87 हजार रुपयों का धनादेश दिया.

धनादेश देखने के बाद नीलकंठ मेश्राम ने सुरेश राऊत से सवाल किया कि ढाई लाख रुपयों का धनादेश पर इतनी कम राशि कैसे है. तब सुरेश राऊत ने कहा कि दूसरा धनादेश निकालने के लिए 20 हजार रुपए की रिश्‍वत देनी पडे.गी. 26 अप्रैल को धनादेश बैंक में जमा करने के बाद राऊत ने फोन करके रकम जमा होने की बात पूछी और फिरसे रिश्‍वत की मांग की.

लिपिक राऊत और निलकंठ मेश्राम का मोबाइल संवाद रिकार्ड कर लिया गया था. इसके आधार पर निलकंठ मेश्राम ने एंटी करप्शन ब्युरो में लिपिक राऊत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. इसके आधार पर एसीबी के दल ने आरोपी राऊत को गिरफ्तार कर लिया है.

यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक वसंत शिरभाते, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय पुरदंरे के मार्गदर्शन में उपविभागीय पुलिस अधिकारी अनिल लोखंडे, दिनकर ठोसरे, पुलिस निरीक्षक प्रदीप चौगावकर, जमादार गिरीश कोरडे, प्रदीप देशमुख, राजेंद्र बुरबुरे, रागिनी हिवाले, मनीष गोडे, नरेंद्र पाराशर, संजय डगवार, प्रदीप कदम ने की. आरोपी लिपिक सुरेश राऊत को एसीबी कार्यालय से न्यायालय ले जाता एसीबी का दल.