वर्धा
जिले में बाढ जैसी महत्वपूर्ण बातों पर स्थिति के नियोजन के लिए दिए आदेश
आगामी बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए व मानसून पूर्वसभी महत्वपूर्ण कार्यों को पूर्ण करने तथा संभावित बाढ. की घटनाओं से निपटने के आवश्यक सभी उपाय ग्रामों में किए जाएं. साथ ही इसके लिए आधुनिक पद्धति का भी प्रयोग करें.
यह निर्देश जिलाधिकारी एन. नवीन सोना ने प्रशासन को दिए हैं. जिलाधिकारी कार्यालय के सभागृह में मानसून पूर्वआढावा बैठक आयोजित की गई. इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उदय चौधरी, उपविभागीय अधिकारी शेखर सिंग, अतिरिक्त पुलिस अधिकारी टी. एस. गेडाम, निवासी जिलाधिकारी सुनिल गाढे, उपविभागीय अधिकारी वैभव नावाडकर, कार्यकारी अभियंता राजीव गायकवाड, उपप्रादेशिक परिवहन अधिकारी विलास माजरीकर, जिला कृषि विकास अधिकारी आर. के. गायकवाड आदि सभी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.
आगे जिलाधिकारी एन. नवीन सोना ने कहा सिंचन विभाग ने बांधों के दरवाजों की जांच करनी चाहिए, बांधों के अनुसार समन्वयक अधिकारी नियुक्त करें. बाढ. की संभावना वाले ग्रामों को पूर्वसूचनाए दे. बाढ पीडित ग्रामों की ग्रामपंचायतों ने भी आधुनिक तकनिक का प्रयोग कर ग्राम पंचायत में सायरण लगाए व लाउड स्पिकर की व्यवस्था करें. बरसात से पूर्वही नदी, नालों की साफ-सफाई की जाए. जिला परिषद द्वारा दि जानेवाली नावों की जांच करें. पेयजल आपूर्ति पर अहवाल प्रस्तुत करें. सभी कुओं, हैंडपंप के पानी की जांच कर अहवाल प्रस्तुत करें.
बाढ आपत्ती व्यवस्थापन अंतर्गत नदी के तट पर स्थित गांवों का नियोजन किया जाए. बाढ आपत्ती व्यवस्थापन अंतर्गत नियंत्रण कक्ष स्थापीत किए जाए. साथ ही जिले के प्राकृतिक आपदा निवारण केंद्र से समन्वय बनाकर रखें. ऐसी सूचना भी दी गई. जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित मानसून पूर्व आपदा व्यवस्थापन की बैठक में उपस्थित अधिकारी.