नागपुर एसीबी की करवाई
मुख्याध्यापक को फ़साने का शिक्षकों का आरोप
मौदा
राष्ट्रिय महामार्ग के कामठी तालुका के वडोदा के गांधी विद्यालय के मुख्याध्यापक को एक शिक्षक का प्रलंबित वेतन देयक मंजूर करने के बदले में 5 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए नागपुर भ्रष्टाचार प्रतिबंधक पथक ने गिरफ्तार किया. गांधी विद्यालय वडोदा के फिर्यादी शिक्षक दिलीप वानखेड़े ने नागपुर एसीबी को अपने स्कूल के मुख्याध्यापक अरविन्द सपाटे की ओर से 7 माह से वेतन देयक प्रलंबित होने से व वेतन बढ़ोत्तरी मंजूर करने के लिए 5 हजार रू. की रिश्वत मांगने की शिकायत की. प्राप्त शिकायत के अनुसार एसीबी ने जाँच पड़ताल की तथा जाल बनाया.
माह फ़रवरी 2014 में शिक्षणाधिकारी की ओर से शिक्षक का वेतन निकालने का आदेश दिया गया था. इसके बावजूद भी वेतन नही निकाला गया ऐसा आरोप फिर्यादी ने किया था. एसीबी ने 5 जुलाई को जाल बिछाया था लेकिन मुख्याध्यापक कहीं दूसरी जगह होने से प्लान पूरा नहीं हुआ. उसके बाद 8 जुलाई को पूरी जांच पड़ताल करके व फिर्यादी के हांथो पावडर लगाए गए नोट देकर कार्रवाई पूरी की. मुख्याध्यापक ने नगद रक्कम लेकर जैसे ही जेब में डाला एसीबी ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
दरम्यान मुख्याध्यापक मौदा पुलिस थाने में लाते ही स्कूल के सभी शिक्षक, कर्मचारी व कुछ गांववासी थाने में गए. मुख्याध्यापक को फसाए जाने का आरोप भी शिक्षकों ने लगाया. फिलहाल स्कूल के दुरुस्ती का काम शुरू है और स्कूल की छप्पर भी उडी हुई है. इस वजह से स्कूल पर हमारी रोजी रोटी निर्भर होने से हमने अपनी स्वयं ख़ुशी से दुरुस्ती के लिए 5-5 हजार रु. जमा किए है. ऐसा बाकी शिक्षकों का कहना था. करवाई एसीबी पथक के पुलिस निरीक्षक अशोक साखरकर, पुलिस हवलदार संतोष कोंड़कर, सुहास तानोलकर, चंद्रशेखर ढोक, अजय यादव, उत्तम दास ने की है.
Representational Pic