मौदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एनटीपीसी परियोजना के लोकार्पण के लिए मौदा में आए और सभा के लिए उपस्थित लाखों लोगों का दिल जीतकर ले गए. वैसे तो कार्यक्रम 21 अगस्त को दोपहर 3 बजे निर्धारित था, मगर बारिश के कारण करीब डेढ़ घंटा देरी से वे मौदा पहुंचे. 4 बजकर 57 मिनट पर मोदी का हेलीकॉप्टर दिखते ही लोग मोदी, मोदी चिल्लाने लगे. उनके पीछे नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, राज्यपाल के. शंकरनारायण के हेलीकॉप्टर नजर आते ही सभा स्थल पर जोश और शोर दोनों बढ़ गया. मोदी को सुनने के लिए नागपुर जिले से एक लाख से अधिक लोग जमा हुए थे. अलावा इसके, परिसर के बाहर हजारों की भीड़ अपने नेता को सुनने के लिए अलग इंतजार करते खड़ी थी.
वाटरप्रूफ विशाल शामियाने
बारिश से बचने के लिए सभा-स्थल को वाटरप्रूफ बनाया गया था. तीन विशाल शामियाने थे. शामियाने में अलग-अलग स्थानों पर 12 विशाल स्क्रीन भी लगाए गए थे. मुख्य मंच के एक तरफ स्थित वीआईपी कक्ष में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष देवेंद्र फडणवीस, विधायक जैस्वाल, सुधीर पारवे, विधायक घोडमारे, विधायक बावनकुले उपस्थित थे.
मोदी ने लिए पूरे 27 मिनट
कार्यक्रम में विलंब होने के कारण जहां पीयूष गोयल ने केवल दो मिनट में अपनी बात रखी, वहीं नितिन गडकरी ने संक्षेप में अपना वक्तव्य दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे 27 मिनट लिए और विभिन्न मुद्दों को समेटा. मोदी के भाषण की शुरुआत मराठी से हुई. उनके इतना कहते ही पूरा परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा.
कार्यक्रम समाप्त होने के बाद घंटों जाम
कार्यक्रम के लिए तगड़ा बंदोबस्त किया गया था. लोगों की गाड़ियां 4 किलोमीटर दूर ही रोक ली गर्इं थी. लेकिन मोदी को देखने, सुनने की उत्सुकता और उत्साह के चलते 4 किलोमीटर पैदल चलने से भी लोगों को गुरेज नहीं हुआ. मोदी के आगमन में विलंब के कारण लोग खूब शोर मचा रहे थे. विधायक बावनकुले को तीन बार माइक द्वारा लोगों को शांत करवाना पड़ा. पानी की व्यवस्था नहीं होने के बावजूद लोग 4-5 घंटे ताल ठोंककर बैठे रहे. कार्यक्रम समाप्त होने के बाद घंटों जाम लगा रहा. रात करीब 9 बजे के बाद कहीं यातायात व्यवस्थित हो पाया.