Published On : Tue, Apr 22nd, 2014

उमरखेड़: मतदान के लिए घर-घर भेजा निमंत्रण पत्र और अक्षत

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हिंगोली में चला अनोखा मतदाता जनजागृति अभियान

नतीजा – वोटिंग में हुई 7 फीसदी की वृद्धि

Pic-1उमरखेड़.

हिंगोली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में वर्ष 2009 की तुलना में इस बार के मतदान में करीब 7 प्रतिशत की वृद्धि हिंगोली जिला प्रशासन द्वारा चलाए गए विशेष जनजागृति अभियान के चलते ही संभव हो सकी है. इस निर्वाचन क्षेत्र के उमरखेड़, किनवट, हदगांव, वसमत, कलमनूरी और हिंगोली विधानसभा क्षेत्र में जहां पिछली दफा 59.60 फीसदी वोट पड़े थे, वहीं इस बार वोटों का प्रतिशत बढकर 66.16 हो गया. हाल में राज्य के मुख्य सचिव जे. एस. सहारिया ने अनोखे किस्म का जनजागृति अभियान चलाने के लिए जिलाधीश नरेंद्र पोयाम की सराहना भी की.

स्वीप-2 कार्यक्रम

निर्वाचन आयोग के मार्गदर्शन में हिंगोली जिला प्रशासन ने स्वीप-2 कार्यक्रम चलाया. इसी के तहत जिले में मतदाता जागृति अभियान चला, जिसमें सरकारी विभागों, स्वयंसेवी संस्थाओं, स्कूल और कॉलेजों को शामिल किया गया. जिलाधीश नरेंद्र पोयाम की अध्यक्षता में जिलास्तरीय स्वीप समितियों का गठन किया गया. जिले के वसमत, कलमनूरी और हिंगोली विधानसभा क्षेत्रों में भी इसी तरह का अभियान शुरू किया गया. इन सभी क्षेत्रों में मतदाताओं के नाम दर्ज कराने से लेकर तो उन्हें मतदान का महत्व समझाने और लोगों को मतदान के लिए प्रोत्साहित करने का काम सफलतापूर्वक किया गया, जिसका नतीजा आज सबके सामने है.

मतदान के लिए भेजा आमंत्रण

हिंगोली जिला प्रशासन ने जिले के सारे मतदाताओं को  एक निमंत्रण पत्रिका और अक्षत भेजा था. घर-घर भेजे गए इस निमंत्रण पत्र  में 17 अप्रैल को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान के लिए आमंत्रित किया गया था. कलमनूरी विधानसभा क्षेत्र में जिलाधिकारी के हाथों अक्षत और निमंत्रण पत्र  देने के कार्यक्रम आयोजित किए गए थे. किसी जिले में इस तरह का कार्यक्रम पहली बार हुआ था.

घर – घर पहुंचा “आपका मत, आपकी ताकत”

अलावा इसके मतदाताओं से मतदान का आवाहन करने के लिए विभिन्न घोषवाक्यों के साथ पोस्टर्स, बैनर्स और पर्चे बनाकर घर – घर पहुंचाए गए. इन सामग्री में आपका मत, आपकी ताकत; चलो, निर्भय होकर मतदान करें और मतदान जैसी देशभक्ति नहीं जैसे घोषवाक्य लिखे गए थे. वोटर्स स्लिप भी घर – घर भेजी गई.

प्रभात फेरियां निकाली, शपथपत्र भरवाए

11 से 16 अप्रैल तक मतदाता जाग्रति सप्ताह मनाया गया. इसमें जिला परिषद के शिक्षा और ग्राम पंचायत विभाग ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई. जिले भर में स्कूल और कॉलेजों के विद्यार्थियों की प्रभात फेरियां निकाली गईं. ये प्रभात फेरियां शहरों और गांवों में घुमाई गईं. कुछ स्थानों पर तो कला पथकों के माध्यम से भी लोगों से वोट डालने की अपील की गई. विद्यर्थियों के अभिभावकों से मतदान करने के शपथपत्र भी भरवाए गए. महिलाओं के लिए विशेष तौर पर जनजागृति मुहिम चलाई गई. इसी मुहिम का नतीजा था कि पिछले चुनाव की तुलना में इस दफा एक लाख से अधिक महिलाएं वोट डालने के लिए घर से बाहर निकलीं.