बचत समूह की सचिव से ले रही थी 5000 रुपए, दी थी ठेका रद्द करने की धमकी
पवनी
पवनी की महिला बालकल्याण प्रकल्प अधिकारी श्रीमती प्रतिमा शामकुंवर को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भंडारा के अधिकारियों ने रंगे हाथोँ पकड लिया. श्रीमती शामकुंवर को एकात्मिक बालविकास सेवा योजना के उनके कार्यालय में ही पकड़ा गया. उनके खिलाफ पवनी पुलिस स्टेशन में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
ठेका रद्द करने की धमकी
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम शेंदरी (बु) में वर्ष 2000 में स्थापित दुर्गा स्वयं सहायता महिला बचत समूह की सचिव श्रीमती अश्विनी अशोक नागरीकर से प्रकल्प अधिकारी ने आहार आपूर्ति मानधन के 37,894 रुपए के बदले में 8000 रुपए बतौर रिश्वत मांगा था. रिश्वत नहीं देने पर आहार आपूर्ति का ठेका रद्द करने की धमकी दी थी.
2008 से कर रहीं थी काम
दरअसल, दुर्गा स्वयं सहायता महिला बचत समूह को शेंदरी बु क़ी दो आंगनवाड़ियों में आहार आपूर्ति (खिचड़ी बनाकर भेजने) के लिए नियुक्त किया गया था. श्रीमती नागरीकर 2008 से यह काम कर रहीं थी. सितंबर 2013 से फरवरी 2014 तक के छह महीनों का मानधन 37,894 रुपए दुर्गा स्वयं सहायता महिला बचत समूह के नाम से हाल में जारी किया गया था. मानधन की राशि भंडारा डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक की ग्राम कोढा (पवनी तालुका) शाखा में बचत समूह के बैंक खाते में दो हिस्सों में जमा हुई थी. 7 अप्रैल को 23065 रुपए और 14829 रुपए मिलाकर कुल 37,894 रुपए जमा किए गए थे. इसी राशि के बदले प्रकल्प अधिकारी 8 हजार की रिश्वत मांग रहीं थी.
शिकायत दर्ज कराई
अधिकारी की मांग से परेशान श्रीमती नागरीकर के पति अशोक नागरीकर ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) भंडारा में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई. विभाग ने शिकायत की पड़ताल के बाद जाल बिछाकर प्रकल्प अधिकारी को उनके ही कार्यालय में मंगलवार को 5000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया.
नागपुर एसीबी के पुलिस अधीक्षक वसंत शिरभाते क़े मार्गदर्शन में पुलिस उपाधीक्षक प्रशांत कोलवाड़कर, पुलिस निरीक्षक अशोक देवतले और किशोर पर्वते, कॉन्स्टेबल अशोक लुलेकर, भाऊराव वाडीभस्मे, सचिन हलमारे, शेखर देशकर, चालक मनोज चव्हाण ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया.