गोसीखुर्द विभाग की ओर से उपाययोजना की तरफ़ अनदेखी
पवनी
नागनदी का दूषित पानी वैनगंगा नदी मे अधिक प्रमाण मे मिलने के कारन वैनगंगा की स्थिति चिंताजनक है. यही पानी लोग पीते हैं जीससे उनके स्वास्थ पर विपरीत प्रभाव पड रहा है.
राकेश डोंगरे, जि प सदस्य भंडारा : वैनगंगा में आने वाला नाग नदी का दूषित पानी लोगो के लिये ज़हर है. वैनगंगा के पानी को साफ़ करने की ज़रूरत है. लोगो का स्वास्थ सबसे महत्वपुर्ण है और इसलिए ज़रूरी है की प्रशासन इस ओर ध्यान दे और ज़रूरी उपाय योजना करे ऐसी प्रतिक्रीया जि.प. सदस्य राकेश डोंगरे ने दी.
प्रकाश रेहपाडे खापरी : दूषित पानी के कारण न सिर्फ़ लोग बीमार होते है बल्कि इस दूषित पानी के सेवन के कारण भावी पिढी मे अपंगता भी आ सकती है.
श्रीकृष्ण काटेखाये खैरी दीवान : मै एक सामाजिक कार्यकर्ता होने के साथ हि एक किसान भी हुं. जिस तरह से इंसान के स्वास्थ के लिए शुद्ध पानी की जरुरत होती है उसी तरह अच्छी फसल के लिए भी शुद्ध पानी की ज़रूरत होती है. श्रीकृष्ण काटेखाये क़ी माने तो वैनगंगा का ये दूषित पानी आपूर्ति तुरंत रोका जाना चाहिए.
भुमिदास कावले, कोदुर्ली पानी पुरवठा अधयक्ष : जल ही जीवन है. इसलिए उसका शुद्ध होना बेहद ज़रूरी है. प्रशासन को इस सबसे महत्वपूर्ण समस्या का निपटारा सबसे पहले करने की ज़रुरत है.
चंद्रशेखर खटाने आसगाँव : दूषित पानी प्राणिमात्र के लिए घातक होता है. नाग नदी का गंदा पानी वैनगंगा नदी में छोङना अन्यायकारक है. दूषित पानी से इंसानो को तो नुक़सान पहूंच ही रहा है इसके अलावा नदी मे जिव भीं प्रभावित हो रहे है.