पवनी
लगातार हफ्ते भर से भंडारा जिले में हो रही बेमौसम बरसात के कारण रबी की धान की फसल को बहुत नुकसान पहुंचा है.
जिले में रबी की धान की फसल करीब 25 हजार हेक्टेयर के आसपास होने का अनुमान है. इसमें पवनी तालुका में सात हजार हेक्टेयर में धान की फसल है. इसी तरह लाखांदुर, साकोली, भंड़ारा और अन्य तालुकों में भी धान की फ़सल लगाई गई है.
इस साल किसान पहले ही अतिवृष्टि के कारण धान की फसल से हाथ धो बैठा है. बावजूद इसके किसानों को उचित मुआवजा मिला नहीं. फसल डूब गई, फ़िर भी फसल बीमा का लाभ किसानों को नहीं मिलने से वे असंतुष्ट हैँ. इस असंतोष का असर लोकसभा चुनाव पर पड़ने की आशंका जताई जा रही है.
बैंकों के चक्कर काटता किसान
अभी खरीफ का मौसम मुंह पर आ गया है. जिले का किसान कर्ज के लिए बैंकों के चक्कर लगा रहा है. लेकिन कर्ज कब मिलेगा उसका पता नहीं है. लगातार हफ्ते भर की बरसात के कारण धान की फ़सल जमीन पर लेट गई है. उसके कारण धान के उत्पादन में कमी आने की संभावना जताई जा रही है. इसलिए किसान मुआवजे की फिराक में है.