अमरावती: नरखेड़ रेलमार्ग पर चलने वाली ट्रेनों में यात्रियों को अभी भी ‘मैन्युअल‘ टिकट दिए जाने से रेल अधिकारी और यात्रियों के बीच रोज विवाद हो रहे हैं.
नया अमरावती (अकोली) से नरखेड़ तक भुसावल–नरखेड़ और नया अमरावती से नरखेड़,दो पैसेंजर ट्रेन चलती हैं. इसके अलावा जयपुर–सिकंदराबाद और इंदौर–यशवंतपुरम एक्सप्रेस चलती है. पैसेंजर ट्रेन के हर छोटे–बड़े स्टेशन पर स्टापेज हैं. जबकि दोनों एक्सप्रेस ट्रेन के चांदुर बाजार में स्टापेज हैं. जब से पैसेंजर ट्रेन इस नए रेलमार्ग पर आरंभ हुई है, तब से यात्रियों को ‘मैन्युअल‘ टिकट ही दिए जा रहे हैं. इन टिकटों पर पुरानी दर ही अंकितहोता है.
इस कारण हर दिन यात्रियों की रेल अधिकारी से बहस होती है. पुरानी दर के टिकट यात्री को थमा कर नए दर के हिसाब से पैसे वसूले जाते हैं. साथही यह ‘मैन्युअल‘ टिकट कम पड़ने पर आपात स्थिति में पेपर टिकट भी बनाना पड.ता है. इसमें अधिकारी को समय भीलगता है. लेकिन अभी तक रेल प्रशासन द्वारा इस ओर कोई कदम नहीं उठाए गए हैं.
जब से नरखेड़ रेलमार्ग पर पैसेंजर ट्रेन आरंभ हुई है, तब से यात्रियों का इस ट्रेन को भारी प्रतिसाद मिल रहा है. रेलवे सूत्रों के मुताबिक चांदुर बाजार, मोर्शी, वरुड़ जैसे बड़े स्टेशनोंसे हर प्रति दिन लगभग10-10 हजार रुपए के टिकट कट रहे हैं. इसके बावजूद रेल प्रशासन टिकटों की समस्या सुलझाने में विफल है.