मांडवा ग्राम में देवी का प्रकोप
धारणी (अमरावती)
निकिता कासकेदकर, रंजना काकड़े, सुनीता धांडे
धारणी मुख्यालय से महज 3 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम मांडवा में एक माह में तीन बच्चियों की मौत हो गई. बच्चियों की मौत कुपोषण की वजह से हुई है या किसी अज्ञात बीमारी से, किसी को नहीं पता. लेकिन इससे धारणी तहसील में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही जरूर उजागर हुई है. इन मौतों के चलते धारणी और आसपास के गांवों में दहशत का वातावरण बना हुआ है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मांडवा ग्राम निवासी सुनीता राजेश धांडे (9), रंजना राजेश काकड़े (5) और निकिता कासेदकर (9) की मौत एक माह के भीतर हो जाने से गांव में अज्ञात बीमारी की दहशत से लोग डरे हुए हैं. ग्रामवासी इसे देवी का रोग बता रहे हैं. इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने इस गांव को लेकर अब तक कोई कदम नहीं उठाया है. आज भी अनेक बच्चे विभिन्न बीमारियों से जूझ रहे हैं. तीनों बच्चियां शिक्षा प्राप्त कर रहीं थी तथा गरीबी के चलते उनका बाहर उपचार नहीं हो पाया, और उन्हें अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.