Published On : Sat, Sep 6th, 2014

देवली : कब हटेंगी महामंडल की भंगार बसें ?

Advertisement


आज भी रास्ते पर दौड़ रही महामंडल की भंगार बसें ; एस.टी. के विकास पर सिर्फ 10 प्रतिशत खर्च

Kondhali bus stand
संवादाता (आकाश खंडाते)

देवली (वर्धा)

एस.टी. महामंडल को साल भर में मिलने वाले उत्पन्न से विकासकाम पर दस प्रतिशत से भी कम खर्च किया जाता है. इस रकम से एस.टी. महामंडल अच्छी सेवा देगी ? फटी सीट्स, अस्वच्छता, धक्कामार गाड़िया? रास्ते में बंद पड़ने के बाद सुधारने की चीजों का अभाव आदि समस्याऐं है.

डेपो और बसस्थानक की असुविधा से यात्री और महामंडल के कर्मचारियों को भी बड़ी परेशानी होती है. इस वजह से परिवहन महामंडल की भंगार बस बंद होगी? ऐसा सवाल प्रवासी कर रहे है.

महाराष्ट्र राज्य परिवहन महामंडल कई सालों से यात्रियों की सेवा में होने का दिखावा करके उनके जान से खेल रहा है. भंगार बस गाड़िया रास्ते पर चलाई जा रही है. कई बस 30 साल पुरानी है. आयु खत्म हुई भंगार बस की वजह से अब यात्री व बस चालक की जान खतरे में है. कई बसें रास्ते में ही बंद पड़ जाती हैं और यात्रियों को धक्का मारना पड़ता है तो कुछ बसों को डेपो से ही निकालने में ही धक्का मारना पड़ता है. इस महामंडल की तरफ से विद्यार्थी, अपंग व्यक्ति, वृद्ध नागरिक आदि को छूट बस पास दी जाती है. अब यह 25 प्रतिशत छूट हो गई है. महामंडल की कृपा से एसटी से पूरी टिकट निकालकर सफर करनेवालों की संख्या कम हो रही है. मिलने वाले उत्पन्न से कर्मचारियों का वेतन, डिझल, टायर और बाकी खर्चा पूरा करना पड़ता है. उत्पन्न का 90 प्रतिशत से भी ज्यादा खर्चा इसी काम पर किए जाने से विकासकाम पर खर्च करने के लिए बहुत कम रकम बचती है. इस रकम से फटी सीट्स सुधारना, नए टायर की खरीद, नए बस की खरीद करना संभव नहीं होता. पुलगांव डेपो में कई बस खराब स्थिति में है. कुछ बस की टप्पर टूटी हुई है तो कुछ बसों के बच चालकों के केबिन की अत्यंत खराब हालत है.

File pic

File pic

महामंडल की बसगाड़ियों की स्थिति सब तरफ वही है. जल्द ही यह भंगार गार्डिया हटाई जाएंगी ऐसा महाराष्ट्र राज्य परिवहन महामंडल के अध्यक्ष जीवन गोर ने 11 दिसंबर की विभागीय कार्यालय में कहा था लेकिन यह आश्वासन असंभव होता देखा जा रहा है.

इस आश्वासन को अब दो साल पुरे हो रहे है इसके बावजूद भी भंगार बस गाड़िया अभी तक हटाई नहीं गई हैं. वही गाड़िया रास्ते पर दौड़ रही है. ऐसी भंगार बस गाड़िया जल्द ही स्क्रैप करने का भी आश्वासन दिया गया था लेकीन अब तक इस आश्वासन को पूरा नहीं किया.