चिमूर
तालुके के अड़ेगांव (देश) में सरपंच पर अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद 9 महीने से गाँव सरपंच के बिना है. तहसीलदार विशेष सभा बुलाने की बजाय ग्रामसेवक विशेष सभा बुलाते है और सुर दूसरे ही दिन सभा रद्द होने की जानकारी दी जाती है. सवाल ये है की प्रशासन का ये दोगला बर्ताव क्यूँ ?
अड़ेगांव (देश) के ग्राम पंचायत सरपंच लटारु सूर्यवंशी पर 23 सितम्बर 2014 कप विशेष सभा के दौरान अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया था. उपसरपंच संजय चौधरी के पास प्रभारी पद है लेकिन 1 महीने का समय बीत जाने की बावजूद अबतक सरपंच पद के लिए चुनाव नहीं हुआ है.
गौरतलब है की ग्रामपंचायत सदस्यों ने तहसीलदार चिमूर को नियम के मुताबिक़ सरपंच पद के लिए चुनाव करवाने का निवेदन सौंपा. ग्रामपंचायत आड़ेगांव सचिव पवार ने 6 जून को पत्र लिखकर विशेष सभा की जानकारी दी. 12 जून हो चुनाव होंगे ऐसी जानकारी दी गई. लेकिन दूसरे ही दिन सदस्यों से लिए गए पत्र वापस ले लिए गए. ग्रामसेवक को विशेष सभा का पत्र निकालने का अधिकार है क्या ? दूसरे दिन पत्र वापस क्यूँ लिए गए ? ऐसे कई सवाल उठ रहे हैं.