अंनिस के कार्यकर्ताओं ने रंगेहाथ पकड़ा
चिखली
तहसील के रालेगांव वैराले के हरिदास खंडूजी वलकर नामक ढोंगी साधू ने खुद को नागनाथ बाबा प्रसन्न बता कर यह दावा करता था कि दैवी शक्ति के सहारे वह किसी भी प्रकार की शारीरिक व्याधि को दूर कर सकता है. उसके इस दावे में फंस कर अनेक लोग ठगे जा रहे थे. यह जानकारी अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति (अंनिस) के कार्यकर्ताओं को मिलते ही रविवार को उक्त ढोंगी साधू को उन्होंने रंगेहाथ पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.
अपने ही सहयोगियों के सहारे लोगों को फंसा कर पैसे ऐंठने का काम यह ढोंगी बाबा काफी दिनों से कर रहा था. यह जानकारी अंनिस के कार्यकर्ताओं को मिलने पर उन्होंने अपने ही कार्यकर्ता को साधू के पास भेजा. तब उक्त साधू ने ग्रहशांति करने के नाम पर उससे पांच हजार रुपयों की मांग की, उसी व्समय वहां थानेदार राजपूत भी उपस्थित हो गए और तुरंत उन्होंने ढोंगी साधू को गिरफ्तार किया. प्रतिभा भुतेकर की शिकायत पर साधू पर अपराध दर्ज किया गया.
उक्त ढोंगी साधू की जानकारी अंनिस के किशोर वाघ, प्रमोद टाले, दत्तात्रय देशमुख, संदीप गाडेकर एवं राजू सोनुने ने पुलिस को दी. गिरफ्तारी के बाद साधू की तबीयत बिगड़ने से उसे सरकारी अस्पताल में भेजा गया है.