18 सदस्यों ने किया बहिर्गमन, केबलिंग व टावर्स का काम बंद कराने की मांग
चंद्रपुर
चंद्रपुर महानगरपालिका की गुरुवार को हुई आम सभा में रिलायंस जियो इन्फो कंपनी के केबलिंग व टावर्स का मुद्दा कुछ ऐसा गूंजा कि 18 सदस्यों के आम सभा से वाकआउट के बाद ही शांत हो पाया. ये सदस्य दोनों मामलों के अदालत में विचाराधीन होने के कारण केबलिंग व टावर्स का काम बंद करने की मांग कर रहे थे, जिसे महापौर ने ठुकरा दिया था.
महीने भर से चर्चा में दोनों मुद्दे
दरअसल, पिछले महीने भर से रिलायंस जियो के आॅप्टीकल फायबर केबलिंग व टावर्स का मुद्दा शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है. पिछले 29 मई व 30 जून 2014 को हुई आम सभा में भी ये दोनों मुद्दे चर्चा के लिए उपस्थित किए गए थे. उस वक्त सदस्यों ने रेडिएशन का मुद्दा उठाते हुए टावर्स खड़े करने पर आपत्ति जताई थी. उसी तरह केबलिंग के खुदाई-कार्य की रायल्टी का मुद्दा भी उठाया गया था. नवनियुक्त आयुक्त ने दोनों कामों को स्थगित रखने का निर्देश दिया था. बावजूद इसके केबल का खुदाई-कार्य चल ही रहा था.
नागरिकों ने भी बंद कराया टावर का काम
दूसरी ओर, शहर के कुछ वार्डों में नागरिकों ने टावर लगाने का काम बंद करवा दिया था. 30 जून 2014 की आम सभा में केबलिंग-कार्य की मंजूरी का प्रस्ताव लाया गया था. उस वक्त महापौर ने कहा था कि दूरसंचार विभाग से टावर्स की रेडिएशन व अन्य मापदंडों के संबंध में अभिप्राय आने तक काम स्थगित रखा जाएगा.
काम बंद कराने और मतदान की मांग
पिछली सभा में पारित प्रस्ताव के मुताबिक 31 जुलाई की आम सभा में रिलायंस से संबंधित दोनों मुद्दे उठाए गए. इस पर 18 सदस्यों ने आपत्ति जताई. उनका कहना था कि चूंकि दोनों मुद्दे अदालत के विचाराधीन हैं, इसलिए दोनों काम बंद कराए जाएं और टावर्स के संबंध में सभी सदस्यों के बीच मतदान कराया जाए. मगर उनका पक्ष सुने बगैर महापौर ने हाई कोर्ट से सलाह लेने की बात कह दी. इस पर 18 सदस्य सभा से वाकआउट कर गए. इन सदस्यों में प्रशांत दानव, प्रवीण पडवेकर, अनिता कथडे, सुनीता अग्रवाल, शिल्पा आंबेकर, वीणा खनके, शकीना अन्सारी, राजेश रेवेल्लीवार, देवीदास गेडाम, हनुमान चौखे, गजानन गावंडे, महावीर सोईतकर, मेहेर सिडाम, अशोक नागापुरे, महेंद्र जयस्वाल, रमावती यादव शामिल हैं.