Published On : Wed, Jun 4th, 2014

चंद्रपुर : डेंगू ने गोंड़पिपरी में ले ली पांच जानें

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स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का परिणाम


सांसद अहीर ने की कड़ी कार्रवाई की मांग

चंद्रपुर

hansraaj ahir
जिला स्वास्थ्य अधिकारी और जिला शल्य चिकित्सक की लापरवाही का ही परिणाम है कि चंद्रपुर जिले में डेंगू न सिर्फ तेजी से फ़ैल रहा है, बल्कि समय पर प्रभावी उपचार नहीं होने के कारण मरीजों की जान भी ले रहा है. गोंड़पिपरी तालुका में अब तक डेंगू 5 लोगों की जान ले चुका है. चंद्रपुर के सांसद हंसराज अहीर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर दोषारोपण कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

. . . तो यह नौबत न आती
सांसद अहीर ने 3 जून को गोंड़पिपरी तालुका के रालापेठ का दौरा कर डेंगू प्रभावित मरीजों से मुलाकात की और इलाज के संबंध में पूछताछ की. उन्होंने कहा कि अगर समय रहते प्रभावी उपचार किया गया होता तो यह नौबत नहीं आती. उन्होंने इस मामले के लिए स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया.

निजी अस्पतालों की जांच की मांग
गोंड़पिपरी तालुका के अनेक गांवों में डेंगू फैला हुआ है, फिर भी स्थानीय उपविभागीय अधिकारी और तहसीलदार ने इस गंभीर मामले की उपेक्षा की. इन गांवों में समय पर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया नहीं कराई जा सकीं. अनेक मरीजों को निजी अस्पतालों में भर्ती किया गया. जिन मरीजों की मौत हुई है वे किसी न किसी निजी अस्पताल में ही भर्ती थे. इन मरीजों का क्या उपचार किया गया ? कितना बिल वसूला गया ? इन सबकी जांच करने की मांग भी सांसद अहीर ने की.

धामनगांव में डेंगू सदृश बुखार
गोंड़पिपरी तालुका के धामनगांव में डेंगू सदृश बुखार फैला हुआ है. सांसद अहीर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस गांव में मेडिकल कैंप की व्यवस्था कर मरीजों का प्रभावी तरीके से इलाज किया जाए. इस संबंध में उन्होंने जिला स्वास्थ्य अधिकारी और जिला शल्य चिकित्सक को एक चिट्ठी भी लिखी है. दौरे के समय सांसद अहीर के साथ जिला परिषद सदस्य संदीप करपे, बबनराव निकोडे, नरेंद्र इंगोले और राजू घरोटे उपस्थित थे.