Published On : Thu, Apr 17th, 2014

चंद्रपुर: कम्प्यूटर अॉपरेटरों ने निकाला मोर्चा, मानधन की मांग की

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न समय पर और न पूरा मिलता है मानधन 

pic-3चंद्रपुर.

अपनी अनेक मांगों को लेकर जिले के सैकड़ों कम्प्यूटर अॉपरेटरों ने श्रमिक एल्गार की अध्यक्ष अधि. पारोमिता गोस्वामी के नेतृत्व में जिला परिषद पर मोर्चा निकाला और मुख्य कार्यपालन अधिकारी को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा. विभिन्न ग्राम पंचायतों में कार्यरत इन अॉपरेटरों की मुख्य मांग मंजूर मानधन समय पर देने की थी. अलावा इसके संजय बोरकर नामक अवैध रूप से सेवा-मुक्त्त किए गए कर्मचारी को बहाल करने की मांग भी की गई. मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बोरकर की बहाली का आश्वासन दिया. बाकी मांगों के लिए उच्चाधिकारियों से चर्चा कर उनका हल निकालने का वादा किया।

प्रशासकीय कामों में पारदर्शिता और नागरिकों के सरकारी काम तत्काल होने की दृष्टि से सरकार ने राज्य की सभी ग्राम पंचायतों को कम्प्यूटर देकर उसके लिए कम्प्यूटर अॉपरेटरों की नियुक्ति की थी. सारा काम महाऑनलाइन नामक निजी कंपनी को दिया गया था. इसी कंपनी की देखरेख में राज्य स्तर से लेकर तो ग्राम पंचायतों तक कम्प्यूटरों के द्वारा प्रशासकीय कार्य सम्पन्न किए जाते थे. इस कार्य के लिए हर कम्प्यूटर अॉपरेटर को प्रति माह रु. 8000 देना तय था, मगर कंपनी मुश्किल से रु. 3500 बतौर मानधन देती थी. बाकी पैसा टोनर और अन्य प्रशासकीय खर्चे के नाम पर अपने पास रख लिए जाते थे. मजे की बात यह कि यह मानधन भी प्रति माह नहीं, बल्कि दो-चार माह में एक बार दिया जाता था.

राज्य में 25 हजार, चंद्रपुर जिले में 731 कम्प्यूटर अॉपरेटर

राज्य में 25 हजार कम्प्यूटर अॉपरेटर हैं और सबके मानधन की राशि करोड़ों रुपए होती है, लेकिन प्रशासन इस मामले में चुप बैठा हुआ है. इस संबंध में कोई अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. यह मामला विधानमंडल में भी उठ चुका है, मगर सरकार की ओर से कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया था.

चंद्रपुर जिले में 731 कम्प्यूटर अॉपरेटर काम कर रहे हैं. इन अॉपरेटरों को कंपनी की ओर से कोई सुख-सुविधा भी नहीं मुहैया कराई गई है.

पूछताछ करने पर बाहर का रास्ता 

इस संबंध में पूछताछ करने वाले कम्प्यूटर अॉपरेटरों को कंपनी बाहर का रास्ता दिखा रही है. इससे अॉपरेटरों में असंतोष का वातावरण बना हुआ है.

मोर्चे में विजय सिद्धावार, विजय कोरेवार, संजय बोरकर, अमित राउत, छाया सिडाम, घनश्याम मेश्राम, दिनेश घाटे, प्रवीण चिचघरे, शहनाज बेग, फ़रजान बेग, किरण शेंडे, सपना कामड़ी शामिल थे.

ये हैं कम्प्यूटर अॉपरेटरों की मांगें   

-संजय बोरकर की अवैध रूप से की गई सेवा-समाप्ति रद्द की जाए.

-मानधन न्यूनतम वेतन के अनुसार दिया जाए.

-मानधन का भुगतान प्रति माह किया जाए.

-जनगणना के कार्य का मुआवजा दिया जाए.

-मानधन से भविष्य निर्वाह निधि (पीएफ) की कटौती की जाए.

-यात्रा भत्ता दिया जाए.

-महिला कम्प्यूटर अॉपरेटरों को प्रसूति अवकाश दिया जाए.

-परिचयपत्र और गणवेश दिया जाए.