Published On : Fri, Jun 13th, 2014

चंद्रपुर : कब होगा ताडाली टोलनाका बंद ? 14 साल से वसूला जा रहा टोल

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फॉल्टी पूल के लिए भी वसूला जा रहा टोलटैक्स


(प्रशांत विघ्नेश्वर)


चंद्रपुर

tole naka
राज्य सरकार ने राज्य के 44 टोलनाके बंद करने की घोषणा की है. लेकिन चंद्रपुर-नागपुर हाइवे पर स्थित पिछले 14 वर्षों से शुरू ताडाली टोलनाका कब बंद होगा ये सवाल आम नागरिक उठा रहे हैं. अब टोल नाके के संदर्भ में भी विदर्भ पर अन्याय होने के चर्चा हो रही है. लोगों की ओर से ये टोलनाका बंद करने की मांग हो रही है.

वरोरा नाके पर जो उड़ानपुल है वो फॉल्टी है. इस उड़ानपुल का उतार सही तरीके से नहीं लिए जाने के कारण कई लोगों की जानें गई. मंडल ने अपने निजि स्वार्थ के लिए पूल के मूल डिज़ाइन में फेरबदल करने की बात कई जा रही है. फॉल्टी होने के बावजूद 14 सालों से लोगों से इस पूल के लिए टोलटैक्स वसूला जा रहा है. इस टोल को बंद करने के लिए कई आंदोलन किए गए.

शहर में चार उड़ानपुल का निर्माणकार्य 10 के दशक में किया गया. और इसके बाद साल 2000 से इन चारों उड़ानपूलों के लिए टोलनाके अबतक शुरू हैं. पहला पूल बाबूपेठ रेल्वे क्रॉसिंग के ऊपर चंद्रपुर-बल्लारशाह मार्ग पर, दुसरा पूल जूना वरोरा नाका और इसी प्रकार से दो और उड़ानपुल नागपुर मार्ग पर बनाए गए और चारों पुलों के टोल की वसूली शुरू की गई.

जानकारी के मुताबिक़ 56 करोड़ रूपए में इन चारों पुलों का निर्माणकार्य किया गया था. महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामण्डल की तरफ से पूलों की निर्मिति की गई लेकिन निजी कंपनी के माध्यम से टोल वसूले जाने की जानकारी है.

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इस टोल बंद करवाने के लिए कई सामाजिक, राजनैतिक संघटनाओं व विधायक शोभा फडणवीस ने आंदोलन लिए लेकिन सुप्त अवस्था में पडे प्रशासन पर कोई असर नहीं हुआ. अब फोरलेन सड़क बन गई है फिरभी ये टोलनाका जस का तस बना हुआ है. और अब इस फोरलेन के भी टोलटैक्स का भार नागरिकों पर पड़ने वाला है. सरकार ने नागपुर से वरोरा व वरोरा से बामणी इस दो टप्पों में फोरलेन सड़क बनाई है. इस सिलसिले में सरकार ने 40 किमी के अंतर पर टोलनाका बनाने की योजना तैयार की है और 40 किम तक दुसरा कोई भी टोलनाका नहीं रहने की घोषणा की गई है बावजूद इसके ताडाली का टोलनाका पहले की तरह शुरू है.

फिरभी सा. बा. विभाग करता है देखरेख
आमतौर पर सड़क एवं पुलों के निर्माणकार्य के बाद उनके देखरेख की ज़िम्मेदारी टोल वसूल करने वाली कंपनी की होती है. लेकिन चंद्रपुर के इन चार पूलों के लिए ताडाली में टोल अकारण वसूल करने वाली कंपनी का ठेकेदार पूल का मेंटेनेंस नहीं करता.