घुग्घुस
बीती रात आई तेज आंधी और बरसात के बीच स्थानीय गांधी चौक स्थित राजधानी वस्त्र भंडार में शार्ट सर्किट से लगी आग में लाखों का माल जलकर राख हो गया.
आधी रात को शुरुआत
श्रीमती दर्शना महेंद्र नारंग क़ी मिल्कियत वाले राजधानी वस्त्र भंडार के सैयद मुस्तफ़ा सैयद हाजी संचालक हैं. रोज की भांति गुरुवार को उन्होंने दुकान को बंद किया और अपने घर चले गए. रात 12 बजे गांधी चौक स्थित लोगों को कुछ जलने की गंध आने लगी. लोगों ने सोचा कि पास के तालाब में किसी ने आग लगाईं होंगी, जिसमें फेंका कपङा जल रहा होगा.
नागरिकों की समय सूचकता से टली बडी दुर्घटना
काफी देर बाद भी गंध कम होने के बजाय बढने लगी तो लोगों ने बाहर निकलकर देखा. राजधानी वस्त्रालय से धुंआ उठ रहा था। रात 2 बजे कुछ लोगों ने संचालक सै. मुस्तफा को फ़ोन पर सूचना दी. मुस्तफा दुकान के पास पहुंचे और मालिक श्रीमती नारंग को मोबाईल पर सूचना दी. दुकान से उठता धुंआ और आग की लपटें देखकर मुस्तफा ने घुग्घुस पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही घुग्घुस थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक नितिन उइके, पुलिस उपनिरीक्षक वाढणकर अपने दल के साथ पहुंच गए. पुलिस ने एसीसी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी सूरज उपाध्याय को सूचना देकर सहायता मांगी. उन्होंने तुरंत दमकल विभाग के वाहन के साथ सुरक्षा अधिकारी जोगिंदरसिंह कलियार को फायर फाइटिंग टीम के साथ भेजा. साथ ही चंद्रपुर महानगर पालिका का एक दमकल सुबह 6:30 बजे पहुंच गया। एसीसी और मनपा के दमकल विभाग ने संयुक्त रूप से लगभग एक घंटे की कडी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया. दुकान संचालक ने बताया कि इस आगजनी में दुकान में रखी साडी, शूटिंग, शर्टिग, ड्रेस मटेरियल कपडे आदि लाखोँ का माल जलकर राख हो गया. नागरिकों की समय सूचकता से समय पर सहायता मिल जाने से आग ने आसपास के दूसरी दुकानों को अपनी चपेट में नहीं लिया, अन्यथा बडी दुर्घटना हो सकती थी.
सामाजिक कार्यों में हमेशा अग्रसर एसीसी
एसीसी चांदा सीमेंट यूनिट हेड मनोज मिश्रा के मार्गदर्शन में सीएफआर ही नहीं, बल्कि सामाजिक कार्यों में हमेशा अग्रसर रहता है. इसी का उदाहरण है कि सूचना मिलते ही दमकल विभाग तुरंत पहुंच गया.