Published On : Thu, Apr 24th, 2014

गढ़चिरोली :13 लाख की रिश्वत लेते सभापति गण्यारपवार गिरफ्तार

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चामोर्शी कृउबास कार्यालय में एसीबी की कार्रवाई 

राजनीतिक नेता के जाल में फंसने की पहली घटना

 गढ़चिरोली  : चामोर्शी कृषि उत्पन्न बाजार समिति के अंतर्गत किए गए निर्माण कार्य का बिल निकालने के लिए ठेकेदार से 13 लाख रुपयों की रिश्वत लेते हुए बुधवार को कृषि उत्पन्न के सभापति अतुल गण्यार पवार तथा कनिष्ठ लिपिक नबजेश राजापुरे को नागपुर के एन्टी करप्शन ब्युरो ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. इस घटना से जिले के राजनीतिक क्षेत्र में बड़ी खलबली मची है. बता दें कि गण्यारपवार जिला परिषद  के वर्तमान कृषि व पशुसंवर्धन सभापति भी हैं. जिले में एसीबी द्वारा की गई कार्रवाई में किसी राजनीतिक पदाधिकारी को गिरफ्तार करने की यह पहली घटना है. 

 

अधिक जानकारी के अनुसार चामोर्शी कृषि उत्पन्न बाजार समिति में निर्माणकार्य का ठेका चंद्रपुर के सरकारी ठेकेदार सुभाष दिनकरराव कासन गोटुवार को दिया गया है. उन्होंने किए गए निर्माणकार्य का बिल कृषि उत्पन्न बाजार समिति में पेश किया था. इस बिल पर हस्ताक्षर कर बिल मंजूर करने के लिए कृषि उत्पन्न बाजार समिति के सभापति अतुल गण्यारपवार ने ठेकेदार कोसन गोटूवार से 13 लाख रुपयों की रिश्वत मांगी थी. जिसकी शिकायत ठेकेदार कोसन गोटूवार ने 21 अप्रैल को नागपुर के एंटी करप्शन ब्युरो से की थी.जिसके आधार पर नागपुर एसीबी के अधिकारी व कर्मियों ने गोपनीयता रखते हुए कृषि उत्पन्न बाजार समिति में ही जाल बिछाया. आज बुधवार को दोपहर के दौरान कृउबास के कार्यालय में ही ठेकेदार कोसन गोटूवार से नगद 5 लाख तथा 8 लाख रुपयों का बैंक ऑफ़ इंडिया शाखा चंद्रपुर का चेक स्वीकारते हुए कृउबास के सभापति अतुल गण्यारपवार व कनिष्ट लिपिक राजापुरे को एसीबी ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया. उक्त कार्रवाई नागपुर एसीबी के पुलिस अधीक्षक वसंत शिरभाते के मार्गदर्शन में अपर पुलिस अधीक्षक एच.आर.रेड्डीवार, पुलिस निरीक्षक अशोक साखरकर, प्रताप इंगले, पुलिस हेडकांस्टेबल विलास खनके, संतोष पुंडरकर, चंद्रशेखर ढोक, अजय यादव, राजेश तिवारी ने की. कार्रवाई के पश्चात गढ़चिरोली एसीबी के पुलिस उपाधीक्षक रोशन यादव अपने सहयोगियों के साथ आरोपी अतुल गण्यारपवार के घर की तलाशी ले रहे हैं. 

गढ़चिरोली एसीबी पर उठ रहे सवाल 

सरकार ने भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ने के लिए देशभर में एंटी करप्शन ब्युरो की स्वतंत्र इकाई बनाई है. जिसके तहत सभी जिले में एसीबी के कार्यालय हैं. गढ़चिरोली में भी एसीबी का कार्यालय होने के बावजूद भ्रष्टाचार से पीड़ित नागरिक नागपुर या तो फिर चंद्रपुर एसीबी के पास शिकायत पेश कर रहे हैं. बता दें कि हाल ही में चामोर्शी के एक व्यक्ति ने संवाददाता सम्मेलन में गढ़चिरोली एसीबी पर गंभीर आरोप लगते हुए उस पर शिकायत ल लीक करने का दावा था.

इस पूर्व भी गढ़चिरोली एसीबी पर शिकायतें लीक होने के आरोप लगे हैं. चामोर्शी के एक भ्रष्ट पुलिस अधिकारी के खिलाफ कई मर्तबा एसीबी की और शिकायत दर्ज की गई थी.किन्तु शिकायत लीक होने से वह अधिकारी एसीबी के जाल में फंसने से हर बार बचता रहा. गढ़चिरोली एसीबी के एक अधिकारी से उस पुलिस अधिकारी के खास संबंध होने की बात भी खुलेआम कही जा रही है. यहां तक की दोनों अधिकारियों में अवैध रूप से वित्तीय लेन – देन का आरोप भी लगाया जा रहा है.