कवलेवाडा में दलित किसान को जलाने का मामला
जलाया गया आर.आर. पाटील का पुतला
गोंदिया
गोरेगाव तालुका के कवलेवाडा के दलित किसान को जलाने के प्रकरण को गंगाझरी पुलिस की ओर से अनैतिक संबंध का रूप देने के विरोध में आंबेडकरी संघटनाए एकत्रित आ गई और घटना का निषेध तथा सही आरोपी को कड़ी से कड़ी होने की मांग के लिए पुलिस प्रशासना के खिलाफ किये गए ‘गोंदिया बंद’ को लोगों का ज़बरदस्त समर्थन मिला. लेकिन आज सुबह 07:30 बजे के करीब इस प्रकरण में जलाये गए संजय खोब्रागडे की नागपूर के वैद्यकिय महाविद्यालया में मौत हो गई. इस वजह से यहां बंद के दौरान तनाव बढ़ता हुआ नजर आया. नागपूर में भी वैद्यकिय महाविद्यालय में नागपूर के आंबेडकरी कार्यकर्ताओं ने भी रोष जताया. जब तक पुलिस के गिरफ्त में मृतक की पत्नी को जब तक नहीं छुडाया जाता तब तक शव नहीं उठाएंगे ऐसी भूमिका लेने से तनाव की स्थिती निर्माण हो गई थी. इस पर कोई हल नहीं निकल पाया. इस संदर्भ में गोंदिया जिल्हा पुलिस अधीक्षकों को पूछताछ करने जानकारी दी गई की मृतक की पत्नी आरोपी है और उसे छोड़ा नहीं जा सकता मात्र मृतक के अंतिमसंस्कार के समय पत्नी को ले जाया जा सकता है ऐसा बताया गया.
गोंदिया बंद के ऐलान के बाद शुक्रवार को सुबह से ही आंबेडकरी संघर्ष समिती के कार्यकर्ताओं ने लोगों से अपनी दुकानें बंद करने का आह्वाहन किया. कई जगहों पर दुकानदारों ने अपनी मर्ज़ी से बंद का समर्थन किया लेकिन गोंदिया सब्ज़ी बाज़ार में सब्ज़ी विक्रेताओं ने बंद का विरोध किया.
जानकारी के मुताबिक़ कार्यकर्ताओं ने जबरन दूकान बंद करवाने की कोशिश की और इस वजह से कार्यकर्ताओं और सब्ज़ी विक्रेताओं में विवाद हुआ. कुछ समय के लिए वहाँ तनावपूर्ण स्थिती बन गई थी. उसी दौरान पुलिस वहां पहुंची और स्थिती को काबू में किया. किसी भी अनहोनी को टालने के उद्देश्य से पुरे शहर में कडा पुलिस बंदोबस्त था और चप्पे चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात थी. इसी दौरान दोपहर के समय आंबेडकरी संघर्ष समिती की ओर से रैली निकाली गई. रैली में पुलिस विरोधी नारे लगाए गए. तहसील कार्यालय पहुंचकर रैली सभा में परिवर्तित हो गई.
सही दिशा में पुलिस जाँच – डॉ. दिलीप झलके पुलिस अधीक्षक
आरोपीयों को 4 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. मामला बेहद उलझा हुआ होने की वजह से ये मामला कल सीआयडी को दिए जाने की संभावना जताते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. दिलीप झलके ने कहा की कल जो भी हो लेकिन गोंदिया पुलिस ने जांच सही तरह से किया है और सारे सबूत पुलिस के पास उपलब्ध है. फिर्यादी की मौत हो जाने की वजह से अब सभी आरोपियों पर धारा 302 लगाए जाने की जानकारी पुलिस अधीक्षक डॉ. दिलीप झलके ने दी.